यंगवार्ता न्यूज़ - चंबा 22-03-2021
अगर इंसान में कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो मंजिल उसके लिए दूर नहीं होती। ऐसा ही एक उदाहरण पेश किया है प्रदेश के पिछड़े जिला चंबा की बेटी ने। या यूँ कहे कि इस बेटी ने वास्तव में ही बेटी है अनमोल के मायने सार्थक किये हैं।
जिलां चंबा के उपमंडल भटियात के के एक छोटे से गांव की रहने वाली शिख जब एचएएस अधिकारी बनकर अपने परिवार से मिलने के लिए घर पहुंची तो गांव वालों ने उसका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। भटियात के गांव मंगनूह की शिखा की कामयाबी की पूरे प्रदेश में चर्चा हो रही है।
शिखा सात बहनों में सबसे छोटी हैं। माता के निधन के बाद पिता ने सभी को पढ़ाया लिखाया और बाकी बहनों की शादी की। शिखा बचपन से ही पढ़ने लिखने में होशियार थी। शिखा का सपना था कि वो प्रशासनिक सेवाओं में जा कर जान सेवा करें। अब वो सपना साकार हुआ है।
शिखा जब अपने परिवार के साथ मिलने के लिए घर पहुंची तो उसका पूरे गांव ने स्वागत किया और उसका इस दौरान एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वयरल हो रहा है। वह अपनी कामयाबी का पूरा श्रेय अपने पिता को देती हैं। वो कहती हैं कि मेरे पिता मेरे लिए प्रेरणा स्त्रोत हैं। जिन्होंने हर मोड़ पर मेरा साथ दिया। वहीं बेटी की कामयाबी पर पिता भी गर्व महसूस कर रहे हैं।