यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 16-03-2021
हमीरपुर में हुई आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की मौत की गुत्थी दो-तीन दिन बाद सुलझ जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री ने सदन में बताया कि महिला की बिसरा रिपोर्ट आने वाली है। सदन में ही इसे रखा जाएगा और बताया जाएगा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की मौत कैसे हुई।
हिमाचल विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान ठियोग के माकपा विधायक राकेश सिंघा के मूल प्रश्न और बड़सर के कांग्रेस विधायक इंद्रदत्त लखनपाल के सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने सदन में यह बात कही। मंत्री ने जवाब दिया कि वैक्सीनेशन के कारण किसी की मौत नहीं हुई है।
कोविड-19 वैक्सीन देने के बाद एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की जरूर मृत्यु हुई है। अस्पताल में 22 दिन बाद मृत्यु हुई है। मंत्री ने कहा कि मौत कैसे हुई इसकी रिपोर्ट जल्दी आ जाएगी। जब माकपा विधायक राकेश सिंघा ने वैक्सीनेशन की सफलता पर सवाल किया तो मंत्री बोले कि वह यह कहना चाहते हैं कि वैज्ञानिक आधार पर ही वैक्सीन का निर्माण किया गया है।
डब्ल्यूएचओ के मानकों के अनुसार यह वैक्सीन बनाई गई है। प्रदेश में कोवीशील्ड और को-वैक्सीन लगाई जा रही हैं। 70 फीसदी प्रभावशाली है। स्ट्रेन के बदलाव को पूछे गए सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि स्ट्रेल बदलना, वैक्सीन का उस पर क्या असर रहेगा ये वैज्ञानिकों की शोध का विषय है।
अभी इस पर केंद्र और डब्ल्यूएचओ की और से कोई दिशा-निर्देश नहीं आए हैं। ऐसे में इस बारे में कोई भी जवाब नहीं दिया जा सकता है। वैक्सीनेशन से पहले जांच के प्रावधान पर मंत्री बोले की जो भी वैक्सीनेशन हो रही है वो केंद्र की गाइडलाइन के अनुसार की जा रही है।
पहले जांच का कोई प्रावधान नहीं है। अगर पंजीकरण करने के बाद कोई सेंटर पर वैक्सीन लगाने जाता है तो वे इनकार भी कर सकता है। इसकेे लिए उसके साथ जबरदस्ती नहीं की जा सकती।