जीवन के लिए पोषण के पांच सूत्र जरुरी ,  महिला एवं बाल विकास विभाग ने  लोगों को दी जानकारी  

जीवन के लिए पोषण के पांच सूत्र जरुरी ,  महिला एवं बाल विकास विभाग ने   लोगों को दी जानकारी  

यंगवार्ता न्यूज़ - सोलन  23-03-2021

महिला एवं बाल विकास विभाग सोलन की ओर से आयोजित किए जा रहे पोषण पखवाड़े के अन्तर्गत सपरून में पोषण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने स्थानीय पौष्टिक आहार की प्रदर्शनी भी लगाई गई।

समेकित बाल विकास परियोजना सोलन वृत की पर्यवेक्षक वंदना शर्मा ने बताया कि सपरून पंचायत में आयोजित कार्यक्रम में 105 लोगों ने भाग लिया। इसमें उन्होंने उपस्थित लोगों को पोषण के पांच सूत्र के बारे में जानकारी दी।

उन्होंने कार्यशाला में उपस्थित प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए जीवन में आयुर्वेद सिद्धांतों को अपनाकर स्वस्थ जीवन जीने के विषय में सारगर्भित जानकारी प्रदान की। उन्होंने उचित खानपान के बारे में भी जानकारी प्रदान की। साथ ही बच्चों के लिए स्थानीय पौष्टिक व्यंजनों के बारे में जानकारी प्रदान की।

उन्होंने कुपोषित बच्चों की हर माह होने वाली वृद्धि निगरानी के बारे में बताया।  पोषण पखवाड़ा 16 मार्च से 31 मार्च मनाया जा रहा है। इस मौके पर सपरून पंचायत के प्रधान, उपप्रधान, वार्ड मेंबर, टीसीपी,महिला मंडल, एएलएससी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं  व स्थानीय लोगों ने भाग लिया।

वंदना शर्मा ने बताया कि सुनहरे 1000 दिन में बच्चों में तेजी से मानसिक व शारीरिक विकास होता है। इस समय मां को सही पोषण और खास देखभाल की जरूरत होती है। दूसरा सूत्र खून  की कमी, जिसे एनीमिया भी कहते हैं । स्वस्थ शरीर और तेज दिमाग के लिए एनीमिया की रोकथाम करें। आयरन युक्त आहार लें और खाने में खट्टे फल लें। आहार में नींबू, आंवला व अमरूद लें। 

तीसरा सूत्र डायरिया- घर व आस-पास की साफ सफाई का ध्यान रखें। स्वच्छ पानी पीएं। बच्चों को डायरिया होने पर स्तनपान जारी रखे। ओआरएस का घोल लें और उपचार के लिए डॉक्टर की राय लें। चौथा सूत्र स्वच्छता- आस-पास सफाई रखें।

बाहर से आने पर, खाना बनाते समय, स्तनपान से पहले, बच्चे को खाना खिलाने से पहले, शौच के बाद, बच्चे के मल निपटान के बाद अपने हाथ साबुन से 20 सेकंड तक धोएं। पांचवा सूत्र पौष्टिक आहार- जन्म के तुरंत बाद शिशु को स्तनपान करवाएं । बच्चे को 6 माह तक सिर्फ स्तनपान करवाएं।  6 माह के बाद बच्चे को अर्ध ठोस आहार के साथ तीन वर्ष तक स्तनपान करवाएं। खुद भी पौष्टिक आहार खाएं।