दिवाली के पटाखों ने ख़राब की हिमाचल की आबोहवा , 100 से ऊपर हो गया एयर क्वालिटी इंडेक्स

हिमाचल प्रदेश में दिवाली की रात कई शहरों पर भारी पड़ी है। खासकर पांच शहरों में दिवाली के पटाखों ने पर्यावरण को काफी ज्यादा प्रभावित किया है। इन पांच शहरों का एयर क्वालिटी इंडेक्स 100 से ऊपर पहुंच चुका है

दिवाली के पटाखों ने ख़राब की हिमाचल की आबोहवा , 100 से ऊपर हो गया एयर क्वालिटी इंडेक्स

यंगवार्ता न्यूज़ - सोलन  26-10-2022
 
हिमाचल प्रदेश में दिवाली की रात कई शहरों पर भारी पड़ी है। खासकर पांच शहरों में दिवाली के पटाखों ने पर्यावरण को काफी ज्यादा प्रभावित किया है। इन पांच शहरों का एयर क्वालिटी इंडेक्स 100 से ऊपर पहुंच चुका है। इनमें धर्मशाला, डमटाल, बद्दी, नालागढ़ और पांवटा साहिब शामिल हैं। 
 
 
बद्दी को छोडक़र बाकी चार शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स आमतौर पर 100 से नीचे ही रहता है, लेकिन दिवाली की रात को फूटे पटाखों के कारण इन शहरों का वायु गुणवत्ता सूचकांक 100 को पार कर गया है। आमतौर पर धर्मशाला का एयर क्वालिटी इंडेक्स 43 के आसपास रहता है, लेकिन दिवाली की रात को यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स 127 तक पहुंच गया था। 
 
 
वहीं, डमटाल का एयर क्वालिटी इंडेक्स भी आमतौर पर 49 और 50 के आसपास रहता है, लेकिन दिवाली की रात को यहां का सूचकांक भी 120 तक पहुंच गया था। पांवटा साहिब में दिवाली की रात को हुए प्रदूषण के कारण एयर क्वालिटी इंडेक्स 85 से 123 तक पहुंच गया। नालागढ़ का एयर क्वालिटी इंडेक्स 79 से 111 तक पहुंच गया। इसके अलावा बद्दी का एयर क्वालिटी इंडेक्स 122 से बढक़र 157 तक पहुंच गया। 
 
 
राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से दिवाली की रात को पटाखों के कारण होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए इस बार सिर्फ दो घंटे पटाखे चलाने की अनुमति दी गई थी। शाम आठ से 10 बजे तक पटाखे जलाने का समय निर्धारित किया गया था। इसके बावजूद भी कई शहरों में प्रदूषण के स्तर में उछाल आया है। खासकर उन शहरों में, जो शहर औद्योगिक क्षेत्र की सूची में आते हैं। 
 
 
कालाअंब, परवाणु और ऊना के एयर क्वालिटी इंडेक्स में भी दिवाली की रात को हुए प्रदूषण से बढ़ोतरी हुई है। गौर हो कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को अच्छा, 51 और 100 के बीच संतोषजनक, 101 और 200 को मध्यम , 201 और 300 के बीच को खराब, 301 और 400 के बीच बहुत खराब और 401 व 500 के बीच गंभीर माना जाता है।