नकली रेमडेसिविर बनाने वाली फैक्टरी पर छापा, हरिद्वार - रुड़की और कोटद्वार में हो रहा था उत्पादन 

नकली रेमडेसिविर बनाने वाली फैक्टरी पर छापा, हरिद्वार - रुड़की और कोटद्वार में हो रहा था उत्पादन 

यंगवार्ता न्यूज़ - देहरादून 30-04-2021

पूरे देश में कोरोना महामारी चरम पर है। अस्पतालों से लेकर श्मशानों में कतारें लगीं हुईं हैं। रोजी रोटी के लिए आए लोग वापस अपने गांव जा रहे हैं। अपनों की जान बचाने के लिए लोग किसी भी हद तक जा रहे हैं।
 
कुछ लोग ऐसे भी हैं जो आपदा के इस समय पर लोगों की मदद के लिए हर मुमकिन प्रयास कर रहे हैं, लेकिन इस बीच कुछ लोग ऐसे भी हैं जो मानवता भुलाकर आपदा को अवसर की तरह देख रहे हैं। पैसों के लिए जान का व्यापार कर रहे हैं।
 
नकली जीवन रक्षक दवाइयों को मरीजों तक पहुंचा रहे हैं। इसी क्रम में  शुक्रवार को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने उत्तराखंड में नकली रेमडेसिवीर बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए गिरोह के सरगना समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है।
 
यह गिरोह उत्तराखंड के हरिद्वार, रुड़की और कोटद्वार में अवैध फैक्ट्रियों में नकली रेमडेसिवीर का उत्पादन करता है। यह लोग एक इंजेक्शन को 25 हजार रुपये में बेचते थे। आरोपियों के पास से रेमडेसिवीर के 196 नकली इंजेक्शन बरामद किए हैं। वहीं तीन हजार खाली वायल्स भी पुलिस को मिली है।
 
आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वे अब तक कोरोना मरीजों को दो हजार से अधिक रेमडेसिवीर के नकली इंजेक्शन बेच चुके हैं। पुलिस आरोपियों से पूछताछ में जुटी है। मामले में पौड़ी जिले के कोटद्वार में दिल्ली क्राइम ब्रांच और उत्तराखंड पुलिस की टीम छानबीन में जुट गई है।
 
पता लगा है कि पुलिस को यह नकली रेमडेसिवीर कहीं और से बरामद हुआ है। जिस पर कोटद्वार की उक्त फैक्टरी का नाम लिखा हुआ है। यहां फैक्टरी में छापा मारा गया। लेकिन बताया जा रहा है कि यहां से कुछ बरामद नहीं हुआ है। कोटद्वार सीओ अनिल जोशी ने बताया कि मौके पर पूछताछ में पता चला है कि नकली रेमडेसिवीर बनाने वाले लोगों ने फैक्टरी किराये पर ली थी। लेकिन अभी तक यहां कोई पुख्ता प्रमाण नहीं मिला है।
 
दिल्ली की क्राइम ब्रांच के साथ ही उत्तराखंड पुलिस के आला अधिकारी भी इस मामले की जांच में जुटे हुए हैं। कोटद्वार की एक दवा कंपनी में एंटीबायोटिक दवाइयों पर रेमडेसिवीर इंजेक्शन के लेबल लगाकर महंगे दामों पर बेचे जाने संबंधी मामले में शुक्रवार सुबह कोटद्वार कोतवाली पुलिस की टीम ने दिल्ली पुलिस के साथ कंपनी में छापेमारी की।
 
पुलिस ने कंपनी स्वामी विश्द सिंह चौहान से करीब 2 घंटे तक पूछताछ की। इस संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक मनीषा जोशी ने बताया कि पूछताछ के दौरान पता चला कि विशद सिंह से यह कंपनी आदित्य गौतम नाम के व्यक्ति ने लीज पर ली थी। कंपनी में सैनिटाइजर के अलावा कई अन्य दवाइयां भी बनाई जा रही थी।
 
बताया कि इन्हीं दवाइयों की आड़ में आदित्य गौतम बाहर से एंटीबायोटिक इंजेक्शन की खरीद करता था और इंजेक्शन पर रेमडेसिवीर इंजेक्शन का नाम चस्पा कर उसे बाजार में महंगे दामों पर बेचता था। बताया कि यह सारे कार्य रुड़की में होता था। उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस ने ज्वालापुर क्षेत्र में वतन सिंह नामक एक व्यक्ति के कब्जे से एंटीबायोटिक इंजेक्शन बरामद किए। बताया कि कोटद्वार की फैक्ट्री में ना तो इंजेक्शन बरामद हुए और ना ही इंजेक्शन पर लगाए जाने वाले लेबल मिले।