निगम की बस में ओवरलोडिंग से रोका तो मारपीट पर उतारू लोगों से बचने के लिए कंडक्टर ने भागकर बचाई जान 

निगम की बस में ओवरलोडिंग से रोका तो मारपीट पर उतारू लोगों से बचने के लिए कंडक्टर ने भागकर बचाई जान 

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला   25-04-2021

कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सरकार की ओर से बसों में 50 फीसदी ऑक्यूपेंसी के आदेशों का ग्रामीण क्षेत्रों में पालन एचआरटीसी कर्मियों के लिए मुश्किल हो गया है। 

शिमला जिले के चौपाल उपमंडल के तहत नेरवा में एचआरटीसी कंडक्टर ने 50 फीसदी सीटों पर ही सवारियों को बैठने के लिए कहा तो लोग भड़ककर मारपीट पर उतारू हो गए और जान से मारने की धमकियां देने लगे। 

कंडक्टर ने मौके से भागकर जान बचाई। कंडक्टर की शिकायत पर पुलिस ने सरकारी कर्मी के काम में बाधा पहुंचाने और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में एफआईआर दर्ज कर ली है।

नेरवा से दईया जाने वाली बस शाम करीब 5 बजे नेरवा चौक पर पहुंची। यहां बहुत सी सवारियां बस के इंतजार में खड़ी थीं। बस के रुकते ही लोग बस में चढ़ गए और बस पैक हो गई। 

इस पर कंडक्टर विकेश कुमार ने सरकार के आदेशानुसार 50 फीसदी सीटों पर ही लोगों को बैठने के लिए कहा, जिस पर लोग भड़ककर गाली गलौच करने लगे और धमकियां देने लगे।

मारपीट पर उतारू लोगों से बचने के लिए कंडक्टर को मौके से भागना पड़ा। एचआरटीसी तारादेवी डिपो के क्षेत्रीय प्रबंधक विनोद शर्मा ने बताया कि नेरवा में कंडक्टर के साथ लड़ाई झगड़े के बाद पुलिस में शिकायत दी गई है। 

50 फीसदी ऑक्यूपेंसी के चलते अगर यात्रियों को दिक्कत पेश आ रही है तो अड्डा प्रभारी को अतिरिक्त बस चलाने के निर्देश दिए हैं। थाना प्रभारी नेरवा प्रदीप ठाकुर ने बताया कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है।  

एचआरटीसी के ड्राइवर कंडक्टर मामले की शिकायत को लेकर एसडीएम चौपाल नरेंद्र चौहान के कार्यालय पहुंच गए और कार्रवाई की मांग की।

एसडीएम ने बताया कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है। एचआरटीसी को सरकार के आदेशानुसार 50 फीसदी ऑक्यूपेंसी पर ही बसें चलाने के निर्देश दिए गए हैं।