नाबालिग लड़की ने किया सुसाइड पीएम मोदी के नाम लिखा18 पन्नो का खत जानिए......

नाबालिग लड़की ने किया सुसाइड पीएम मोदी के नाम लिखा18 पन्नो का खत जानिए......
नाबालिग लड़की ने किया सुसाइड पीएम मोदी के नाम लिखा18 पन्नो का खत जानिए......

न्यूज़ एजेंसी - लखनऊ 20-08-2020

उत्तर प्रदेश के संभल जिले से एक बड़ा ही हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां रहने वाली एक 16 वर्षीय लड़की ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली और उसने 18-पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ा, जिसमें उसने पीएम नरेंद्र मोदी से मिलने की इच्छा ज़ाहिर की।

इसमें उसने प्रदूषण व भ्रष्टाचार को लेकर चिंता दिखाई और पीएम से बढ़ती जनसंख्या पर नियंत्रण और दिवाली के दौरान पटाखों पर बैन लगाने का आग्रह भी किया। उसने 14 अगस्त की रात खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी।

पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव को परिजनों के हवाले कर दिया था। लेकिन दो दिन बाद उसकी कॉपी में मिले सुसाइड नोट से परिवार वाले चौंक गए। बतौर रिपोर्ट्स, लड़की बुजुर्ग लोगों को होने वाली दिक्कत से भी तनाव में थी।

मृत लड़की के परिजनों ने बताया कि लड़की की अंतिम इच्छा के तौर पर वे इन लेटर्स को पीएम तक पहुंचाने और प्रशासन से संज्ञान लेने की अपील करेंगे। पेशे से खेती किसानी का काम करने वाले लड़की के पिता ने कहा कि अब मेरी बेटी तो नहीं रही। उसके पत्रों को पीएम तक पहुंचाने की कोशिश करेंगे।

जनपद संभल के बबरला की रहने वाली आंचल गोस्वामी ने पिछले साल दसवीं क्लास यूपी बोर्ड से पास की थी। जिसमें उसने 90 प्रतिशत अंक हासिल किए थे और इस साल 11वीं क्लास की पढ़ाई कर रही थी। परिजनों का कहना है कि आंचल के मन में पता नहीं क्या चल रहा था। उसने समाज में फैल रही गंदगी के बारे में सोचना शुरू कर दिया था और इसी के चलते उसने सुसाइड का मन बना लिया।

आंचल ने सुसाइड नोट में पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए लिखा है कि देश में कई पीएम हुए पर आप जैसा कोई नहीं। मेरे हृदय में आपके लिए अत्यधिक सम्मान है, काश मैं अपनी उम्र आपको दे पाती। आपमें संस्कार कूट-कूटकर निवास करते हैं। यह देश वर्षों से अंधेरे में था और आप पहले सूर्य बनकर उभरे हैं।

प्रधानमंत्री जी मैं आपसे पर्सनल मीटिंग करना चाहती थी, परंतु यह असंभव है क्योंकि आप खुद को ही समय नहीं दे पाते हो। निरंतर देश की सेवा में लगे रहते हो। आंचल बेहद भावुक लेटर में लिखती हैं कि दुनिया उन्हें इसलिए नहीं पसंद है क्योंकि यहां पर लोग झगड़े करते हैं। मां-बाप को वृद्ध आश्रम भेज देते हैं, उनके साथ गाली-गलौज मारपीट करते हैं।

लोग पेड़-पौधे अपने हितों के लिए काटते हैं, जानवरों पर अत्याचार करते हैं। आंचल बताती है कि उसे नफरत है ऐसे लोगों से जो अपने राष्ट्रगान पर खड़े होने से कतराते हैं और देश विरोधी गतिविधियों में हिस्सा लेते हैं।

सुसाइड नोट में मृतक छात्रा ने इन समस्याओं को लेकर अपनी दिमागी बीमारी का भी जिक्र करते हुए लिखा है, ‘मैं इन समस्याओ के संदर्भ में आपके साथ एक मीटिंग करना चाहती थी, लेकिन आपके पास तो अपने लिए ही समय नहीं है।

लेकिन क्या आप देश की इन समस्याओं के समाधान की मेरी इच्छाओं को पूर्ण करेंगे? इसके बाद छात्रा ने खुद को गोली मार ली। अब मृतक छात्रा के परिजन इस लेटर को पीएम मोदी तक पहुंचाने की अपील कर रहे हैं।