निर्धारित समय में पूरी हो सभी विकासात्मक परियोजनाएं : सीएम
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 10-06-2020
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रशासनिक सचिवों और अन्य अधिकारियों को विभिन्न विकासात्मक कार्यों को तय समय सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए हैं क्योंकि अनावश्यक विलंब से न केवल परियोजनाओं की लागत बढ़ती है बल्कि लोगों को इन परियोजनाओं के लाभ से भी वंचित होना पड़ता है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि विभिन्न विद्युत परियोजनाओं विशेषकर 111 मेगावाट सावड़ा-कुड्डू और 180 मेगावाट बजोली-होली परियोजनाओं के कार्य में तेजी लाई जाए।
40 मेगावाट रेणुका पनबिजली परियोजना का निर्माण 6947 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है। इसे राष्टीªय योजना घोषित किया गया है और इसका निर्माण इस वित्त वर्ष के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। चालू वित्त वर्ष की समाप्ति से पहले लकड़ी के विद्युत खंभों को स्टील से बने खंभों से बदला जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय उद्यमिता को प्रोत्साहित करने तथा 18 से 45 वर्ष समूह के युवाओं को स्वरोज़गार के अवसर उपलब्ध करवाने के लिए राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना आरंभ की है।
राज्य से बाहर फंसे 1.80 लाख से अधिक हिमाचली वापिस आ चुके हैं जो इस योजना का भरपूर लाभ उठा सकते हैं। स्वर्ण जयंती पोषाहार योजना के प्रभावी क्रियान्वयन पर भी बल दिया ताकि बच्चों और महिलाओं को पौष्टिक आहार उपलब्ध करवाया जा सके।
जयराम ठाकुर ने कहा कि चूंकि दूध उत्पादन राज्य के किसानों की आर्थिकी को सुदृढ़ बनाने में अहम भूमिका निभा रहा है, इसलिए किसानों को उनके पशुओं के बेहतर स्वास्थ्य के लिए बेहतर पशु चिकित्सा सेवाएं सुनिश्चित की जानी चाहिए।
राज्य सरकार ने किसानों की सुविधा के लिए पहले ही दूध खरीद का मूल्य दो रूपये प्रति लीटर बढ़ाया है। वृक्षारोपण के लिए प्रभावी कदम उठाए की आवश्यकता पर भी बल दिया।
उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष के दौरान 12 हज़ार हैक्टेयर भूमि पर पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है तथा राज्य के वन आवरण क्षेत्र में वृद्धि के लिए इन पौधों को बचाना सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण की आवश्यकता पर बल देते हुएा कहा कि ग्रामीण हस्तकला और हस्तशिल्प उत्पादों को प्रोत्साहित करने के प्रयास किए जाने चाहिए क्योंकि इससे न केवल राज्य कि आर्थिकी को बल मिलेगा बल्कि ग्रामीण युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी स्थानीय उत्पादों पर बल दिया है। राज्य के मन्दिरों और धार्मिक स्थलों में प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में लोग आते हैं इसलिए इन स्थलोें को अधिक आकर्षक बनाने के लिए प्रयास होने चाहिए।
जयराम ठाकुर ने कहा कि यातायात के वैकल्पिक साधनों की भी संभावना तलाशने के लिए पग उठाए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि तत्तापानी और सलापड़ के मध्य जलमार्ग को शीघ्रता से पूर्ण कर लोगों को समर्पित किया जाना चाहिए।
इसका निर्माण पूर्ण होने से न केवल यात्रियों को सुविधा प्राप्त होगी बल्कि क्षेत्र में पर्यटन तथा जलक्रीड़ा को भी प्रोत्साहन मिलेगा। मण्डी जिला के बगलामुखी और शिमला जिला में नारकण्डा से हाटू मन्दिर के बीच रज्जूमार्ग परियोजनाओं के निर्माण पर भी बल दिया।
मुख्य सचिव अनिल खाची ने मुख्य मंत्री को आश्वस्त किया कि सभी परियोजनाओं को तय समय सीमा में पूरा करने के हर संभव प्रयास किए जाएगे ताकि विकास के लाभ आम जन तक शीघ्र अति शीघ्र पहुंच सकें।
बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव राम सुभग सिंह, निशा सिंह, संजय गुप्ता, मनोज कुमार और आर.डी धीमान, प्रधान सचिव प्रबोध सक्सेना, जे.सी. शर्मा, के.के पंत और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।