पांच घंटे एंबुलेंस में तड़पती रही कोरोना पीड़ित महिला, अस्पताल प्रशासन पर सवाल
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 10-05-2021
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिला मुख्यालय रिकांग पिओ से दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल (रिपन) शिमला रेफर महिला पर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही भारी पड़ गई। करीब 12 घंटे तक कोरोना संक्रमित 28 वर्षीय महिला एंबुलेंस में तड़पती रही। पांच घंटे तक रिपन अस्पताल में महिला को दाखिल नहीं किया गया।
किन्नौर के विधायक जगत सिंह नेगी ने कहा कि इस लापरवाही से लगता है कि किन्नौर के स्वास्थ्य विभाग और शिमला के अस्पतालों का कोई तालमेल नहीं है। तबीयत ज्यादा खराब होने पर 28 वर्षीय संक्रमित महिला को क्षेत्रीय अस्पताल रिकांग पिओ से रविवार को एंबुलेंस से दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल शिमला भेजा गया था। रिकांग पिओ से 7 घंटे में महिला शिमला पहुंची।
अस्पताल में 5 घंटे तक दाखिल न करने के कारण महिला एंबुलेंस में ही तड़पती रही। नेगी ने कहा कि संक्रमितों के व्यापक उपचार की किन्नौर जिले में सुविधा नहीं है। ऐसे में मरीजों को शिमला रेफर किया जाता है।
उन्होंने सरकार और स्वास्थ्य विभाग से अपील की है कि जनजातीय जिले के मरीजों को प्राथमिकता के आधार पर उपचार सुविधा दी जाए। उधर, उपायुक्त किन्नौर हेमराज बैरवा ने कहा कि उन्होंने मामला दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल प्रशासन से उठाया था कि जनजातीय जिले के लोगों को समय रहे दाखिला मिले, ताकि किसी भी तरह की अनहोनी से बचा जा सके।