प्री नर्सरी टीचर भर्ती की प्रक्रिया से बाहर हो सकते है एनटीटी डिप्लोमा धारक जानिए वजह....
हिमाचल में प्री नर्सरी टीचर भर्ती की प्रक्रिया से नर्सरी टीचर ट्रेनिंग यानी एनटीटी डिप्लोमा करने वाले बाहर हो सकते हैं। इसकी वजह यह है की नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन यानी एनसीटीई ने जवाब भेजा
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 16-05-2022
हिमाचल में प्री नर्सरी टीचर भर्ती की प्रक्रिया से नर्सरी टीचर ट्रेनिंग यानी एनटीटी डिप्लोमा करने वाले बाहर हो सकते हैं। इसकी वजह यह है की नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन यानी एनसीटीई ने जवाब भेजा है कि हिमाचल में एनटीटी का कोई भी संस्थान मान्यता प्राप्त नहीं है।
प्री नर्सरी टीचर भर्ती के लिए एनसीटीई के नियमों के मुताबिक एनटीटी में दो साल का डिप्लोमा मान्यता प्राप्त संस्थान से होना चाहिए। हिमाचल में बहुत साल पहले कुछ संस्थान यह डिप्लोमा करवाते थ, लेकिन इनमें से कोई भी एनसीटीई से रिकॉग्नाइज्ड नहीं था।
प्रदेश से बाहर से यह डिप्लोमा करके आए लोगों के लिए भी यही शर्त लागू होगी। इस कारण प्री नर्सरी टीचर भर्ती से एनटीटी डिप्लोमा धारक बाहर हो सकते हैं। राज्य सरकार के पास अब डीएलएड और डीईसीई कोर्स ही इस भर्ती की पात्रता के लिए बचे हैं। राज्य सरकार मिक्स्ड फार्मूला में प्री नर्सरी टीचिंग चलाकर आंगनबाड़ी वर्कर को भी कुछ काम देना चाहती है।
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार प्री नर्सरी टीचिंग अब जरूरी हो गई है। राज्य में 55000 से ज्यादा बच्चे इन कक्षाओं के लिए एनरोल हो चुके हैं, लेकिन इन्हें पढ़ाने के लिए अभी शिक्षक नहीं हैं। करीब 4700 पदों पर राज्य सरकार ने भर्ती करनी है। अब यह प्रक्रिया इसलिए अटकी हुई है, क्योंकि इस भर्ती के लिए नियम और प्रक्रिया फाइनल नहीं हो पा रही।
शिक्षा सचिव डा. रजनीश ने बताया कि एनसीटीई ने साफ कह दिया है कि हिमाचल में एनटीटी का कोई भी रिकॉग्नाइज्ड संस्थान नहीं था। इसलिए अब उनसे दोबारा से यह पूछा गया है कि वर्तमान परिस्थितियों के अनुसार अब क्या रास्ता निकल सकता है? यह जवाब आते ही सरकार अगला कदम उठाएगी।