प्रदेश में पिछले दो महीनों में पांच विधायकों के चुनाव को हाईकोर्ट के समक्ष चुनौती 

पिछले दो महीनों में पांच विधायकों के चुनाव को हाईकोर्ट के समक्ष चुनौती दी गई है। सात जनवरी 2023 को हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र से विजयी रहे सुरेश कुमार के चुनाव को अनिल धीमान ने चुनौती दी

प्रदेश में पिछले दो महीनों में पांच विधायकों के चुनाव को हाईकोर्ट के समक्ष चुनौती 

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला     11-02-2023

पिछले दो महीनों में पांच विधायकों के चुनाव को हाईकोर्ट के समक्ष चुनौती दी गई है। सात जनवरी 2023 को हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र से विजयी रहे सुरेश कुमार के चुनाव को अनिल धीमान ने चुनौती दी है। 

इसी तरह 11 जनवरी को करसोग से विजयी रहे दीप राज के चुनाव को महेश राज ने, 18 जनवरी को मंडी जिले के बल्ह क्षेत्र से विजयी रहे इंद्र सिंह के चुनाव को प्रकाश चौधरी ने चुनौती दी है। बिलासपुर सदर विधानसभा क्षेत्र से विजयी रहे त्रिलोक जम्वाल के चुनाव को बंबर ठाकुर ने और कांगड़ा के पवन कुमार काजल के चुनाव को सुरेंद्र कुमार उर्फ काकू ने चुनौती दी है। 

सभी विधायकों के चुनाव में पोस्टल बैलेट की मतगणना में अनियमितताएं बरतने का आरोप लगाया गया है। साथ ही प्रदेश में पूर्व सरकार की ओर से खोले गए दफ्तरों को बंद करने की चुनौती भी दी गई है। सता में आते ही सुक्खू सरकार ने 12 दिसंबर 2022 को दफ्तर बंद करने का निर्णय लिया था।

भाजपा नेताओं ने तीन याचिकाओं के माध्यम से नौ दफ्तरों को बंद करने का मामला हाईकोर्ट के समक्ष उठाया है। आरोप लगाया गया कि सरकार की ओर से जारी प्रशासनिक आदेशों से कैबिनेट के फैसलों को निरस्त करना गैर कानूनी है, जबकि भारतीय संविधान में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है।

12 दिसंबर 2022 को सरकार ने सभी विभागों के अधिकारियों को दिया गया पुनर्रोजगार समाप्त कर दिया। इसी तरह एक अप्रैल 2022 के बाद कैबिनेट में लिए गए सभी फैसलों की भी समीक्षा करने का निर्णय लिया गया। निगमों, बोर्डों में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, नामित सदस्यों और अन्य कमेटियों तथा शहरी निकायों में नामित सदस्यों की नियुक्तियां भी रद्द कर दी गईं।