यंगवार्ता न्यूज़ - राजगढ़ 11-10-2020
ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) बेहद कारगर सिद्ध हो रहा है। महिला सशक्तिकरण का अभिप्राय जीवन के विविध क्षेत्रों में महिलाओं द्वारा निर्णय प्रक्रिया में साझेदारी से है। इससे सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक इत्यादि सभी विषयों में महिलाओं की स्थिति में परिवर्तन होता है।
स्वयं सहायता समूहों के गठन से ग्रामीण महिलाओं के जीवन स्तर में परिवर्तन तो होता ही है और आत्मनिर्भरता भी बढ़ती है। ये समूह महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के अलावा उनमें समग्र जागरूकता के विकास में भी अहम भूमिका निभा रहे हैं जिससे उनका सामाजिक, आर्थिक व वैयक्तिक सशस्तीकरण हो रहा है।
समूह के गठन से पहले जिला सिरमौर के उपमंडल राजगढ़ की करगाणू पंचायत के गांव पलाशला की महिलाएं पारम्परिक खेती-बाड़ी, पशुपालन और घर के कामों में व्यस्त रहती थी। पहले, भारत सरकार द्वारा ग्रामीण महिलाओं के लिए चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी न होने से गांव की महिलाएं सरकारी योजनाओं के लाभ से भी वंचित रहती थी, लेकिन अब गावं की महिलाएं स्वयं सहायता समूह से जुड़ कर आर्थिक रूप से आत्म-निर्भर बन रही हैं।
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत वर्ष 2014 में जिला सिरमौर के विकास खण्ड राजगढ़ द्वारा शिवजी स्वयं सहायता समूह पलाशला का गठन किया गया था। इस समूह के गठन के बाद विकास खण्ड राजगढ़ द्वारा वर्ष 2014-15 में समूह को हिमाचल प्रदेश सहकारी बैंक सीमित यशवन्तनगर से 1 लाख 50 हजार रूपये का ऋण उपलब्ध करवाया गया था जिससे समूह ने सब्जियों के उन्नत बीज खरीद कर विभिन्न प्रकार की सब्जियाॅं तैयार की तथा इन सब्जियों की बिक्री से अच्छे दाम मिलने से समूह को अच्छा लाभ भी हुआ। आमदनी अच्छी होने से समूह द्वारा बैंक से लिए गए ऋण की राशि को ब्याज सहित समय पर जमा भी किया गया।
इसी प्रकार, वर्ष 2016-17 में समूह ने दोबारा बैंक से 2 लाख रूपये का ऋण सब्जी उत्पादन के लिए लिया और इस ऋण राशि को भी ब्याज सहित निर्धारित समय पर वापिस किया गया। इसके पश्चात् वर्ष 2018-19 में तीसरी बार बैंक से 2 लाख 80 हजार रूपये का ऋण सब्जी उत्पादन के लिए लिया और उन्नत किस्म के सब्जियों के बीज खरीद कर सब्जियाॅं तैयार कर अच्छी आय अर्जित की गई और समूह द्वारा बैंक से ली गई इस ऋण राशि को भी समय पर जमा किया गया।
खण्ड विकास अधिकारी राजगढ़ रमेश शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत जिला सिरमौर के विकास खण्ड राजगढ़ की पंचायत के पलाशला गांव के शिवजी स्वयं सहायता समूह पलाशला को अब तक 6 लाख 30 हजार रूपये के ऋण सस्ती ब्याज दरों पर बैंक के माध्यम से विभिन्न कृषि उत्पाद व अन्य गतिविधियों के क्रियान्वयन के लिए उपलब्ध करवाई गई है।
उन्होंने बताया कि इस मिशन के तहत प्राप्त ऋण राशि की सहायता से शिवजी स्वयं सहायता समूह पलाशला की ग्रामीण महिलाओं का आर्थिक जीवन भी सुदृढ़ हो रहा है। समूह की महिलाओं का कहना है कि समूह के गठन से पूर्व उनकी आर्थिक स्थिति इतनी खराब थी कि वे समय पर बीज नहीं खरीद पाते थे और उन्हें सब्जियाॅं व फसल इत्यादि लगाने में देरी हो जाती थी जिसके कारण समय पर फसल तैयार न होने से उन्हें उचित दाम भी नहीं मिल पाते थे।
शिवजी स्वयं सहायता समूह पलाशला की सचिव सीमा देवी ने बताया कि समूह द्वारा समूह की तीन महिलाओं को मकान निर्माण के लिए 2 लाख 50 हजार रूपये की धन राशि दी गई है जिनमें कौशल्या देवी को एक लाख 50 हजार रूपये, धामला देवी को 70 हजार रूपये तथा शीला देवी को 30 हजार रूपये की राशि कम ब्याज दर पर मकान बनाने के लिए दी गई है।
अब इन महिलाओं ने इस धन राशि से अपना-अपना मकान भी तैयार कर लिया है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) से जुड़ने के बाद उनकी सामाजिक व आर्थिक स्थिति में परिवर्तन तो हुआ ही है तथा आर्थिक स्थिति में सुधार होने से उनके गृहस्थ जीवन की गाडी भी पटरी पर सुगमता पूर्वक चल रही है।