पुलिस के बाद अब होमगार्ड जवानों ने खोला मोर्चा, सीएम से मिल कर स्थायी नीति बनाने की उठाई मांग

पुलिस जवानो के बाद प्रदेश के होमगार्ड के जवानों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

पुलिस के बाद अब होमगार्ड जवानों ने खोला मोर्चा, सीएम से मिल कर स्थायी नीति बनाने की उठाई मांग

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला  31-01-2022

पुलिस जवानो के बाद प्रदेश के होमगार्ड के जवानों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। होमगार्ड्स के लिए स्थायी पॉलिसी बनाने और 12 माह का स्थाई रोजगार देने की मांग कर रहे है।

इसको लेकर सोमवार को प्रदेश भर से होमगार्ड जवान शिमला पहुचे ओर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मिले साथ ही मुख्यमंत्री को जल्द मांगे पूरी करने की मांग की ओर मांगे पूरी न होने पर हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी।

 होम गार्ड एसोसिएशन राष्टीय अध्यक्ष एवं प्रदेश सलाहकार प्रकाश नेगी ने कहा कि 58 वर्षों से होमगार्ड जवान सरकार से होमगार्ड जवानों के लिए अन्य विभागों के कर्मचारियों की तरह ठोस नीति बनाने व 12 माह का स्थाई रोजगार देने की मांग कर रहे है, लेकिन सरकार उनकी मांग को नजरअंदाज कर रही है।

जबकि स्थाई रोजगार न होने के कारण होमगार्ड जवानों को अक्सर आर्थिक तंगी झेलनी पड़ती है और परिवारों के भरण पोषण की परेशानी आ जाती है। जबकि होमगार्ड जवानों को विभिन्न विभागों के साथ अटैच कर दिया जाता है और उनका कार्य पूरा होने के बाद घर बिठा दिया जाता है।

 उन्होंने कहा कि कोरोना संकट काल में होमगार्ड जवानों ने निस्वार्थ भाव से सेवाएं दी, लेकिन सरकार द्वारा अन्य विभागों के कर्मचारियों की सेवाओं की तो सराहना कर रही है, लेकिन अभी तक होमगार्ड जवानों की बात तक नहीं की गई। इस अनदेखी की वजह से होमगार्ड जवानों का मनोबल कमजोर हो रहा है।

उन्होंने कहा कि होमगार्ड के जवान प्रदेश ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों में भी चुनावों में ड्यूटी दे रहे है। सरकार ने जिस तरह से पुलिस जवानों की सभी मांगे पूरी की है उसी तर्ज पर होमगार्ड के जवानों को स्थाई नीति, छठे वेतनमान देने और सरकार से होमगार्ड जवानों के लिए जल्द 12 माह का स्थाई रोजगार देने की मुख्यमंत्री से मांग की गई है। मुख्यमंत्री ने हालांकि सभी मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया है।