पांवटा साहिब में गरजे टिकैत, बोले कोरोना का बाप भी आ जाए तो भी लम्बा चलेगा आंदोलन 

पांवटा साहिब में गरजे टिकैत, बोले कोरोना का बाप भी आ जाए तो भी लम्बा चलेगा आंदोलन 

यंगवार्ता न्यूज़ - पांवटा साहिब  07-04-2021

उपमंडल पांवटा साहिब के हरिपुर टोहाना में आयोजित किसानों की महापंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत ने तीखा हमला बोलते हुए कहा कि किसानों को अमीरों के हाथ नही बिकने देंगे। उन्होंने कहा कि यदि तीन काले कानून वापस नही लिए तो एक बड़ा आंदोलन होगा।

आंदोलन में हिमाचल के किसान भी शामिल होंगे। उन्होंने भाजपा की सरकार पर तंज कसते कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों को लूटने के लिए तीन कानून बनाए हैं जिसके बीच से एमएसपी गायब है। 

किसानों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अनाज पर बड़ी-बड़ी कंपनियों के लाभ को लेकर कानून बनाए जा रहे हैं। अडानी अम्बानी को अमीर होकर भी ओर अमीर बनाया जा रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  को निशाने पर लेते हुए कहा कि बचा हुआ खाना किसी को देते तक नही कूड़ेदान में डालते हैं। तो इनको रोटी की क्या कीमत पता होगी।

उन्होंने कहा कि बड़ी बड़ी कंपनियां अंबानी अडानी ने सर्वे करवाया कि महिलाएं साल में सोने का इस्तेमाल कितनी बार करती हैं साल में 17 बार सोने की आवश्यकता होती है बाकी समय सोना तिजोरी में बंद रहता है। 

वही जब सर्वे हुआ कि देश में लोगों को कितनी बार भूख सताती है तो सामने आए की 700 बार तो अब भूख पर केंद्र सरकार और बड़ी-बड़ी कंपनियां व्यापार करने पर उतारू है। 

उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सेब का व्यापार धीरे-धीरे अडानी के हाथ में चला गया है। यहां की मंडियां खत्म कर दी गई है और आज व्यापारिक सिस्टम खत्म होने की कगार पर है।

 देश में कोई सरकार नहीं है बल्कि देश में लुटेरे बैठे हैं देश में जगह-जगह सेल फोर इंडिया के बोर्ड लगेंगे । अगर चाहते हैं कि देश की शान देश की अस्मत और यह देश बचा रहे तो जरूरी है सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ी जाए।

किसान नेता ने केंद्र सरकार पर भी तीखा हमला बोलते हुए कहा कि ये समझ लो कि ये हमारा शाहिन बाग का आंदोलन नहीं है, जो कोरोना के आने से खत्म हो जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना का चाहे बाप भी आ जाए तब भी आंदोलन जारी रहेगा ।

हिमाचल सरकार को भी सीधे शब्दों में कहा कि किसानों को ट्रांसपोर्ट सब्सिडी दी जाए। जंगली जानवरों का इलाज नहीं कर सकते तो नुक्सान का मुआवजा दिया जाए। उन्होंने कहा कि दिल्ली में चल रहे आंदोलन की स्थानीय कमेटियों को पहाड़ों में जाकर किसानों की समस्याओ का निवारण किया जाएगा।

वहीं मातृ शक्ति का उदहारण देते हुए पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी का देते हुए बोले देश में एक महिला मुख्यमंत्री बनी है उसकी कुर्सी भी छीनने पर बीजेपी की सरकार उतारू हुई है। महिलाओं की इज्जत करना शायद ही बीजेपी सरकार ने सिखा हो।