बंजार के सराज में कहर बनकर बरसे ओले, किसानों की फसल तबाह 

बंजार के सराज में कहर बनकर बरसे ओले, किसानों की फसल तबाह 

यंगवार्ता न्यूज़ - कुल्लू   10-05-2021

उपमंडल बंजार में मौसम किसानों-बागवानों पर कहर बनकर बरस रहा है। सराज घाटी में रविवार को भारी बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि ने सेब को भारी क्षति पहुंचाई है। 

तेज हवाओं के साथ ओले गिरने से सेब, नाशपाती और गुठलीदार फल पेड़ों से नीचे गिर गए। मटर, गोभी और टमाटर की फसल को भी ओलावृष्टि से नुकसान हुआ है।

तीर्थन घाटी में शनिवार को ओलों से फसलों को भारी क्षति हुई थी। अब सराज में ओले गिरने से बागवान व किसान मायूस हैं। कोरोना के बीच हुई ओलावृष्टि से किसानों-बागवानों को झटका लगा है। 

गोपाल सिंह, हेम राज, केशव राम, मोहर सिंह, विरेंद्र ठाकुर, लीला प्रकाश, राजू, अनिल चौहान ने कहा कि पहले सूखे के कारण फसलों की पैदावार में कमी आई है। अब जो कुछ बची फसल है, उस पर मौसम का मिजाज भारी पड़ रहा है। 

मौसम के बदलते मिजाज के कारण दो वर्षों से घाटी में सेब की फसल अच्छी नहीं हो पाई है। इसके चलते बागवानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है।

इस बार बागवानों व किसानों को बेहतर फसल की उम्मीद थी। लेकिन ओलावृष्टि ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। 

ओलों से फसलों को नुकसान हुआ है। उन्होंने जिला प्रशासन से फसलों को हुए नुकसान का आकलन कर किसानों-बागवानों को राहत प्रदान करने की मांग की है। 

उधर इस संबंध में बागवानी विभाग के विशेषज्ञ उत्तम पराशर ने कहा कि बागवान ओलावृष्टि के तुरंत बाद डाइथिन एम 45 या वैबीस्टिन दवाइयों का छिड़काव करें। उसके एक सप्ताह बाद यूरिया की स्प्रे करें। इससे ओलों की भरपाई हो पाएगी।