बारिश का कहर : बड़ा भंगाल में भेड़पालकों के बहे 9 घोड़े, नदी-नाले उफान पर, कई सडक़ें बंद

शिमला। हिमाचल में बारिश ने कहर मचाना शुरू कर दिया है। भारी बारिश से जहां कई सडक़ें बंद हैं, वहीं नदी-नाले भी उफान पर हैं। बरोट मुल्थान से 25 किलोमीटर दूर बड़ा भंगाल रास्ते में जोहडी नदी पार करते वक्त भेड़ पालकों के नौ घोड़े बाढ़ में बह गए

बारिश का कहर : बड़ा भंगाल में भेड़पालकों के बहे 9 घोड़े, नदी-नाले उफान पर, कई सडक़ें बंद

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला    08-07-2023

शिमला। हिमाचल में बारिश ने कहर मचाना शुरू कर दिया है। भारी बारिश से जहां कई सडक़ें बंद हैं, वहीं नदी-नाले भी उफान पर हैं। बरोट मुल्थान से 25 किलोमीटर दूर बड़ा भंगाल रास्ते में जोहडी नदी पार करते वक्त भेड़ पालकों के नौ घोड़े बाढ़ में बह गए है, जबकि एक घोड़ा बच गया है। 

तहसीलदार मुल्थान पूरन चंद कौंडल ने स्टाफ सहित मौके का जायजा ले लिया है।उधर, श्रीखंड यात्रा के दौरान मध्य प्रदेश के भक्त की मौत हो गई। यात्रा के दौरान अब तक तीन लोगों की जान चली गई है। बता दें कि पिछले 14 दिन में मानसूनी बारिश से कुल 352 करोड़ रुपए का नुकसान हिमाचल झेल चुका है। 

महत्वपूर्ण कालका शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या -5 और धर्मपुर-कसौली सडक़ के अलावा लगभग दो दर्जन सडक़ें भूस्खलन और भारी बारिश के बाद फुटपाथों के धंसने से प्रभावित हैं।

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार भारी बारिश के कारण भारी पत्थरों के ढहने, भूस्खलन, सडक़ों के बह जाने और फुटवॉल के धंसने से लोक निर्माण विभाग और एनएचएआई को भारी नुकसान हुआ है। राज्य में सैकड़ों संपर्क सडक़ें बह गई हैं या मिट्टी का भारी कटाव हुआ है। 

राज्य लोक निर्माण विभाग को 200 करोड़ रुपए के राजस्व का नुकसान हुआ है, जबकि जल शक्ति विभाग को 127 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। लगभग 43 लोगों की मौत हो गई और लगभग 80 लोग घायल हो गए। चार लोग लापता हैं, जिनमें से एक सडक़ दुर्घटना में, दो डूबने से और एक बाढ़ में डूबने से लापता है।