बारिश ने रोकी केदारनाथ यात्रा , भारी भूस्खलन से बदरीनाथ-गौरीकुंड हाईवे बंद , एक यात्री की मौत
प्रदेश में मानसून की दस्तक के साथ ही कई स्थानों पर हुई बारिश सड़कों पर कहर बनकर बरसी है। बीते दो दिनों में हुई बारिश के बाद आए मलबे ने कुल 138 सड़कों की राह रोक दी थी
यंगवार्ता न्यूज़ - देहरादून 30-06-2022
प्रदेश में मानसून की दस्तक के साथ ही कई स्थानों पर हुई बारिश सड़कों पर कहर बनकर बरसी है। बीते दो दिनों में हुई बारिश के बाद आए मलबे ने कुल 138 सड़कों की राह रोक दी थी। इनमें से 92 सड़कों को खोल दिया गया था। प्रदेशभर में 46 सड़कें अब भी बंद हैं।
वहीं गुरुवार सुबह बदरीनाथ और गौरीकुंड हाईवे भी बंद हो गए। ऋषिकेश बदरीनाथ राजमार्ग सिरोहबगड में भूस्खलन से बंद हो गया है। जिसके चलते देजिमांडा छातिखाल मार्ग से वाहनों का संचालन हो रहा है। उधर रुद्रप्रयाग गौरीकुंड राजमार्ग पर सोनप्रयाग में पहाड़ी से गिरे पत्थर की चपेट में आने से एक यात्री की मौत हो गई है।
जबकि तीन यात्री घायल हो गए। वहीं खराब मौसम को देखते हुए अग्रिम आदेशों तक केदारनाथ को रोक दिया गया गया। सुबह 8 बजे तक 990 यात्री ही धाम रवाना हुए। गुरुवार सुबह से शुरू हुई बारिश से बदरीनाथ राजमार्ग सिरोहबगड़ और गौरीकुंड हाईवे नौलापानी में बंद हो गए।
चमोली जनपद में भी देर रात से शुरू हुई मूसलाधार बारिश से जिले में 12 ग्रामीण संपर्क मार्ग जगह-जगह मलबा आने से बंद है। नंदानगर, पोखरी, देवाल, थराली विकासखंडों में कई सड़कें मलबा आने से बंद पड़ी है। बारिश होने से बदरीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब की तीर्थयात्रा में भी गिरावट आई है।
पर्वतीय जिलों में भारी बारिश के चलते मलबा आने से कई सड़कें बंद हो गई है। सड़कों को खोलने के लिए 235 जेसीबी मशीनों को काम पर लगाया है। लोनिवि की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, प्रदेश में बंद सड़कों को खोलने के लिए 235 जेसीबी मशीनों को काम पर लगाया गया।
विभागाध्यक्ष लोनिवि प्रमुख अभियंता अयाज अहमद ने बताया कि प्राथमिकता के आधार पर सड़कों को खोलने का काम किया जा रहा है। अच्छी बात यह है कि प्रदेश के सभी नेशनल हाईवे खुले हैं। कुछ एक स्थानों पर मलबा आया था, लेकिन उसे समय रहते जेसीबी लगाकर हटवा दिया।