भूकंप के झटके से हिली चंबा की धरती, रिक्टर पैमाने पर 3.4 रही तीव्रता

हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में फिर से भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। भूकंप बीती आधी रात करीब 12:38 बजे दर्ज किया गया। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.4 आंकी गई और इसका केंद्र जमीन के अंदर पांच किलोमीटर की गहराई पर था

भूकंप के झटके से हिली चंबा की धरती, रिक्टर पैमाने पर 3.4 रही तीव्रता

यंगवार्ता न्यूज़ - चंबा        03-12-2022

हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में फिर से भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। भूकंप बीती आधी रात करीब 12:38 बजे दर्ज किया गया। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.4 आंकी गई और इसका केंद्र जमीन के अंदर पांच किलोमीटर की गहराई पर था। 

हालांकि भूकंप से किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है। गौरतलब है कि इससे पहले भी चंबा में भूकंप आते रहे हैं। इससे पहले 16 नवंबर को भी प्रदेश के  मंडी कुल्लू, कांगड़ा, बिलासपुर, शिमला में भी तीन से पांच सेकंड तक भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।

भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.1 मापी गई थी और इसका केंद्र जोगिंद्रनगर में जमीन के भीतर पांच किलोमीटर की गहराई में था।  बीते 26 अक्तूबर को प्रदेश चंबा जिले भी भूकंप आया था। भूकंप का केंद्र जनजातीय क्षेत्र पांगी में रहा और इसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.4 मापी गई। 

इसके अलावा 17 अगस्त को सुंदरनगर में ही 2.8 तीव्रता व 2.9 तीव्रता के दो भूकंप आए।  20 मई को शिमला में 3.0 की तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया।
बीते फरवरी में किन्नौर व अन्य जिलों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। बता दें हिमाचल भूकंप की दृष्टि से सिस्मिक जोन चार और पांच में आता है। 

कांगड़ा, चंबा, लाहौल, कुल्लू और मंडी भूकंप की दृष्टि से सबसे अति संवेदनशील क्षेत्र हैं। कांगड़ा में 4 अप्रैल, 1905 की अल सुबह आए 7.8 की तीव्रता वाले भूकंप में 20 हजार से ज्यादा इंसानी जानें चली गई थीं। भूकंप से एक लाख के करीब इमारतें तहस-नहस हो गई थीं, जबकि 53 हजार से ज्यादा मवेशी भी भूकंप की भेंट चढ़ गए थे।