भारतीय जनता पार्टी ने धरातल पर लड़ा शिमला नगर निगम का चुनाव : सुखराम चौधरी 

भाजपा के पूर्व मंत्री सुखराम चौधरी ने कहा कि नगर निगम शिमला के चुनावों में भाजपा ने अच्छा प्रदर्शन किया है और इसके लिए मैं भाजपा के सभी कार्यकर्ताओं का धन्यवाद भी करना चाहूंगा भाजपा ने एकजुटता के साथ चुनाव लड़ा है। इन नगर निगम चुनावों में कुल 55662 वोट पड़े जिसमें से 22535 वोट भाजपा के पक्ष में पड़े

भारतीय जनता पार्टी ने धरातल पर लड़ा शिमला नगर निगम का चुनाव : सुखराम चौधरी 

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला  05-05-2023
 
भाजपा के पूर्व मंत्री सुखराम चौधरी ने कहा कि नगर निगम शिमला के चुनावों में भाजपा ने अच्छा प्रदर्शन किया है और इसके लिए मैं भाजपा के सभी कार्यकर्ताओं का धन्यवाद भी करना चाहूंगा भाजपा ने एकजुटता के साथ चुनाव लड़ा है। इन नगर निगम चुनावों में कुल 55662 वोट पड़े जिसमें से 22535 वोट भाजपा के पक्ष में पड़े हैं और अगर मत प्रतिशत के हिसाब से देखा जाए तो भाजपा को 40.58 प्रतिशत वोट प्राप्त हुआ है। 
 
 
अगर कांग्रेस पार्टी दूसरी विधानसभा क्षेत्रों से शिमला शहर में बड़ी मात्रा में वोट ना बनाती तो शायद चुनावी परिणाम किसी और प्रकार के दिखाई देते। यह साफ है कि कांग्रेस पार्टी ने हर वार्ड में बड़ी तादाद में वोट बनाएं और कहीं जगह तो मंत्रियों के आउटहाउस में जहां पर ताले लगे थे वहां पर भी बड़ी तादाद में वोट बनाए गए हैं। उन्होंने कहा फिर भी अगर नगर निगम के चुनाव परिणामों को देखा जाए तो कई सीटें ऐसी है जहां भाजपा ने बहुत अच्छा प्रदर्शन भी किया है और कई सीटें ऐसी है जो भाजपा कम मत अंतर से हारी है। 
 
 
भराड़ी वार्ड की अगर बात की जाए तो भाजपा के पक्ष में वहां 61 प्रतिशत मतदान हुआ है और भाजपा ने 382 वोटों से जीत दर्ज की है। अगर कालिनी वार्ड के परिणाम को देखा जाए तो कांग्रेस केवल 8 वोटों से जीत पाई है, ऐसे कई वार्ड और भी है जिसमें कांग्रेस पार्टी का जीत का अंतर छोटा रहा है। अगर कसुम्पटी विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो वहां से कांग्रेस के मंत्री अनिरुद्ध सिंह आते हैं वहां भी भाजपा ने पांच वार्डों में जीत हासिल की है जिसमें न्यू शिमला, पटयोग, अप्पर ढली, कसुंपटी और पंथाघाटी है। 
 
 
उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उनके मंत्रियों और सीपीएस का वोट शिमला में बनाया गया। अभी प्रदेश में विधानसभा चुनाव हुए 6 महीने भी नहीं हुए हैं और इन वोटों को शिमला विधानसभा क्षेत्र में शिफ्ट कर दिया यह ठीक नहीं है। कांग्रेस पार्टी ने यह चुनाव सरकार के प्रभाव में लड़ा है और यही एक बड़ा कारण है जिसकी वजह से कांग्रेस पार्टी ने नगर निगम में सत्ता हासिल की है।