भेहड़ैवाला में अमर शहीद बलबीर सिंह के शहीदी दिवस पर परिजनों ने श्रद्धांजलि की अर्पित

अमर शहीद बलबीर के पैतृक गांव भेहड़ैवाला स्थित शहीदी स्थल पर प्रातः 10 बजे भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब-शिलाई क्षेत्र व परिवार तथा गांव के सदस्यों ने अमर शहीद को श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की

भेहड़ैवाला में अमर शहीद बलबीर सिंह के शहीदी दिवस पर परिजनों ने श्रद्धांजलि की अर्पित

यंगवर्ता न्यूज़ - पांवटा साहिब  26-09-2021

अमर शहीद बलबीर के पैतृक गांव भेहड़ैवाला स्थित शहीदी स्थल पर प्रातः 10 बजे भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब-शिलाई क्षेत्र व परिवार तथा गांव के सदस्यों ने अमर शहीद को श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। 

शहीद बलबीर सिंह 10वी बटालियन, आईटीबीपी के अंतर्गत 2002 में अनंतनाग, जम्मूकश्मीर में तैनात थे। 26 सिंतबर 2002 को सिपाही बलबीर सिंह जम्मू - श्रीनगर मुख्य मार्ग पर रोड़ ओपनिंग डियूटी पर तैनात थे। 

रोड़ सर्चिंग व क्लीयरिंग के दौरान बलबीर सिंह आईईडी डिफ्यूज करने के दौरान शहीद हो गए। वर्तमान में शहीद बलबीर के परिवार में उनकी धर्मपत्नी वीना देवी व उनकी बेटी मनीषा है। परिवार व क्षेत्र के सभी लोगों को सिपाही बलबीर के सर्वोच्च बलिदान पर गर्व है।

इस मौके पर माता  वीना देवी व सगंठन के अध्यक्ष ने स्मारक स्थल पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। उसके उपरांत स्कूली विधार्थियों के उपस्थिति में राष्ट्रगान गाया। तदोपरांत उपस्थित सभी लोगों ने शहीद बलबीर के स्मृति स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित की।  

लोगों ने भारत माता की जय व शहीद बलबीर अमर रहे के नारे लगाए और भूतपूर्व सैनिक सगंठन पांवटा साहिब व शिलाई क्षेत्र के अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह व जीवन सिंह ने उपस्थित सभी नौजवानों से राष्ट्र के प्रति समर्पित होकर काम करने की अपील की तथा देश के लिए हमेशा मर मिटने के लिए तैयार रहने की बात की। 

भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब व शिलाई क्षेत्र के अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह ने संगठन की तरफ से उपस्थित बच्चों को पुरस्कार वितरण किए। हरमनप्रीत कौर ने शहीद बलबीर व शहीद के जीवन पर कविता पढ़ी।
 
इस मौके पर शहीद बलबीर सिंह की पत्नी वीना देवी व बेटी मनीषा, समाज सेवी ईद्रंजीत सिंह मीका, ग्राम पंचायत प्रधान वसीम मलिक, भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब व शिलाई क्षेत्र से अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह चौहान, जीवन सिंह, करनेल सिंह, नरेन्द्र सिंह ठुंडू, स्वर्ण जीत, तरुण गुरंग, तिलक राज, मोहन चौहान, सुखविंद्र सिंह, चमेल नेगी, संतराम, राजेंद्र सिंह व स्थानीय ग्रामवासी तथा अन्य सदस्य मौजूद रहे।