मुख्यमंत्री का यूटर्न बोले, कांग्रेस भी सरकार में रहते हुए हारी है उपचुनाव

महंगाई के बयान पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने यूटर्न ले किया और कहा कि कांग्रेस ने महंगाई को लेकर भ्रामक प्रचार किया था। 

मुख्यमंत्री का यूटर्न बोले, कांग्रेस भी सरकार में रहते हुए हारी है उपचुनाव

यंगवार्ता न्यूज़ - कांगड़ा  06-11-2021

महंगाई के बयान पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने यूटर्न ले किया और कहा कि कांग्रेस ने महंगाई को लेकर भ्रामक प्रचार किया था। 
 
प्रदेश में हुए उपचुनाव के नतीजों के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा उपचुनाव व मुख्य चुनाव में अंतर होता है और पूर्व की सरकारों में भी हुए उपचुनावों में सरकार को हार का सामना करना पड़ा है।
 
प्रदेश में हुए उपचुनाव के बाद अपने पहले दौरे पर जिला कांगड़ा पहुंचे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को पत्रकारों के तीखे सवालों का सामना करना पड़ा।
 
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की ओर से उपचुनावों के हार के लिए महंगाई को जिम्मेदार ठहराया था, जबकि इसके विपरीत केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने हार के लिए महंगाई को छोड़ अन्य कारण बताए थे, इसको लेकर मुख्यमंत्री से प्रश्न पूछा गया तो जयराम ठाकुर ने कहा उन्होंने ऐसा नहीं बोला था कि महंगाई के कारण भाजपा सरकार को हार का सामना करना पड़ा।
 
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने महंगाई को लेकर भ्रामक प्रचार किया था और इस मुद्दे को भुनाने की कांग्रेस ने भरसक कोशिश की थी लेकिन उन्होंने ऐसा कभी नहीं कहा कि महंगाई के कारण हारे। 
 
उन्होंने कहा सरकार व संगठन हार के कारणों के लिए चिंतन करेंगे, सरकार के स्तर पर व संगठन के स्तर पर और जो होगा, उस आधार कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा पूर्व की सरकार में भी हुए उपचुनाव में सरकार को उपचुनाव में हार मिली है।
 
उन्होंने कहा पूर्व में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह थे और कांग्रेस सरकार में चारों लोकसभा चुनाव में भाजपा को जीत मिली थी, यहां तक कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह अपनी पत्नी को भी जीता नहीं पाए थे। 
 
उन्होंने कहा सरकार के पास अभी एक साल का समय है और सरकार व संगठन आत्म मंथन कर फिर से जनता के बीच जाएंगे और आगामी विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करेंगे।
 
कार्यकर्ताओं की अनदेखी को लेकर पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा संगठन व सरकार दोनों ही हार की समीक्षा कर रहे हैं और यह कहना गलत है कि कार्यकर्ताओं की अनदेखी हो रही है।
 
उन्होंने कहा संगठन ही भाजपा सरकार की मुख्य रीढ़ है और संगठन के आधार पर ही सरकार जन हितैषी निर्णय लेती है।