मुख्यमंत्री ने अधिकारीयों को वर्चुअल नशा मुक्त हिमाचल अभियान के तहत दिलाई शपथ
मुख्यमंत्री ने अधिकारीयों को वर्चुअल नशा मुक्त हिमाचल अभियान के तहत दिलाई शपथ
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदन सिंह सुक्खू ने नशीले पदार्थों के दुरूपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर नशा मुक्त हिमाचल अभियान के तहत वर्चुअल माध्यम से आज शिमला में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में प्रदेशवासियों को नशे के खिलाफ शपथ
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदन सिंह सुक्खू ने नशीले पदार्थों के दुरूपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर नशा मुक्त हिमाचल अभियान के तहत वर्चुअल माध्यम से आज शिमला में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में प्रदेशवासियों को नशे के खिलाफ शपथ दिलाई। इस कार्यक्रम का ऊना के पंचायत भवन परिसर में भी सीधा प्रसारण दिखाया गया। इस जिला स्तरीय कार्यक्रम में उपायुक्त ऊना राघव शर्मा बतौर मुख्यातिथि मौजूद रहे। इस अवसर पर बोलते हुए उपायुक्त राघव शर्मा ने कहा कि नशा मुक्त हिमाचल अभियान के तहत ही ऊना में नशा मुक्त ऊना अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य समाज के विभिन्न वर्गों को जोड़ते हुए संगठित तौर पर नशे के खिलाफ जन जागरूकता लाना है।
उन्होंने कहा कि इस बार नशीले पदार्थों के दुरूपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस का थीम “लोग पहले”- कलंक और भेदभाव से रोके, रोकथाम को मजबूत करना को केंद्र में रखा गया हैं। उन्होंने कहा कि नशे से पीड़ित व्यक्ति के प्रति लोगों व समाज़ को भी अपनी सोच को बदलना होगा ताकि नशे की आदत से पीड़ित व्यक्ति को इस दलदल से बाहर निकाला जा सके। उन्होंने कहा कि नशीली दवाओं का काम एक संगठित अपराध है तथा इसके लिए राष्ट्र विरोधी ताकतें धन उपलब्ध करवा रही हैं। नशे की लत से हमारे युवाओं को पहले आदत डलवाई जाती है फिर वे इस बीमारी का शिकर होकर मानसिक, शारीरिक व सामाजिक तौर पर कमज़ोर होते हैं। उन्होंने कहा कि नशे की लत से पीड़ित व्यक्ति का परिवार और समाज पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा कि नशे की आदत घर और समाज़ से ही विकसित होती है जो बाद में एक विकराल रूप धारण कर व्यक्ति को नष्ट कर देती है।
उन्होंने अभिभावाकों से बच्चों के साथ निरंतर संवाद स्थापित करने पर बल दिया ताकि कोई असमाजिक तत्व हमारी युवा पीढ़ी को नशे की दलदल में न धकेल सके। उपायुक्त ने नशा मुक्त समाज निर्माण के लिए बहु आयामी तरीके अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया। साथ ही विभिन्न विभागों एवं समाज़ को मिलकर नशा मुक्त अभियान जैसे प्रयासों को सफल बनाने के लिए एकजुटता के साथ कार्य करने पर भी जोर दिया। इस मौके पर जिला ऊना में चलाए जा रहे नशा मुक्त अभियान को लेकर गैर सरकारी संस्था गुंजन के प्रतिनिधियों ने भी अभियान से जुड़ी विस्तृत जानकारी साझा की। इस दौरान नशे की लते से छुटकारा पाने वाले युवा ने भी अपने अनुभव साझा किए तथा नशे की स्थिति में समाज के साथ-साथ मानसिक व शारीरिक होने वाले नकारात्मक प्रभावों बारे भी बताया। इस अवसर पर आईआईसीटी के विद्यार्थी सचिन शर्मा, आंचल तथा सिमरन धीमान ने नशे के सामाजिक बुराई पर अपने विचार भी रखे।
उपायुक्त ने प्रतिभागियों को स्मृति चिन्हित प्रदान कर पुरस्कृत किया। नशा मुक्त हिमाचल अभियान के तहत अभियान को बेहतरीन ढंग से क्रियान्वित करने के लिए जिला ऊना को आज प्रदेश स्तर पर पुरस्कार प्राप्त हुआ है। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में जिला ऊना को पुरस्कृत किया। उपायुक्त ने यह पुरस्कार प्राप्त करने के लिए संबंधित विभागों के साथ-साथ समस्त जिले वासियों को बधाई दी है तथा उम्मीद व्यक्त की कि जिला प्रशासन के नशा मुक्त ऊना अभियान को क्रियान्वित करने में भी अपना सहयोग प्रदान करेंगे। इस अवसर पर उपायुक्त राज्य कर एवं आबकारी विनोद सिंह डोगरा, सीएमओ ऊना संजीव वर्मा, डीपीओ सतनाम सिंह, सीडीपीओ कुलदीप सिंह दयाल, तहसील कल्याण अधिकारी चमन लाल, जतिन्द्र कुमार व विवेक कुमार, गुंजन संस्था की ओर से विजय, आईआईसीटी संस्थान के विद्यार्थी व विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारियों सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।