मंडी शहर की प्यास बुझाने में अभी और लगेंगे 24 घंटे, ऊहल को बहाल करने के हो रहे प्रयास : उपमुख्यमंत्री

पिछले 5 दिनों से पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस रहे मंडी शहर के लोगों को अभी अगले 24 घंटे में कुछ राहत मिलने के आसार हैं। भयंकर बाढ़ के कारण पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी ऊहल पेयजल योजना और पड्डल स्थित पंप हाउस को बहाल करने का कार्य जल शक्ति विभाग ने युद्ध स्तर पर चलाया हुआ है। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री स्वयं पिछले 48 घंटों से मल्टी शहर में डटे हुए हैं। उन्होंने दावा किया कि गुरुवार देर शाम तक ऊहल पेयजल योजना

मंडी शहर की प्यास बुझाने में अभी और लगेंगे 24 घंटे, ऊहल को बहाल करने के हो रहे प्रयास : उपमुख्यमंत्री

यंगवार्ता न्यूज़ - मंडी  13-07-2023
 
पिछले 5 दिनों से पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस रहे मंडी शहर के लोगों को अभी अगले 24 घंटे में कुछ राहत मिलने के आसार हैं। भयंकर बाढ़ के कारण पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी ऊहल पेयजल योजना और पड्डल स्थित पंप हाउस को बहाल करने का कार्य जल शक्ति विभाग ने युद्ध स्तर पर चलाया हुआ है। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री स्वयं पिछले 48 घंटों से मल्टी शहर में डटे हुए हैं। उन्होंने दावा किया कि गुरुवार देर शाम तक ऊहल पेयजल योजना को फिर से चलाने में विभाग सफल हो जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर ऊहल पेयजल योजना आज देर शाम तक शुरू हो जाती है तो उसके बाद भी मंडी तक पानी पहुंचाने में कम से कम 12 घंटे लगेंगे। ऊहल से मंडी पेयजल शहर तक की पेयजल पाइप की लंबाई 32 किलोमीटर। 
 
 
इस कारण इसके मंडी शहर के हर हिस्से में पानी पहुंचाने में समय लगेगा। उन्होंने कहा मंडी शहर के लोगों ने सरकार व शक्ति विभाग का काफी सहयोग किया है। जनता से अपील है कि थोड़ा सा समय और दें। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि मंडी शहर में पानी की किल्लत से जूझ रहे लोगों तक पेयजल पहुंचाने के लिए 60 पेयजल टैंकर लगाए गए हैं। टैंकर के माध्यम से शहर के हर मोहल्ले तक पानी पहुंचाया जा रहा है। यह पानी पूरी तरह से शुद्ध और विभागीय निरीक्षण में भरा जा रहा है। 
 
 
उन्होंने कहा कि जिस किसी को भी पानी के टैंकर की आवश्यकता हो, वह विभाग के सहायक अभियंता रोहित गुप्ता से 9418466551 पर संपर्क कर सकता है। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि पड्डल पम्प हाउस को व्यास की बाढ़ से भविष्य में बचाने के लिए पुख्ता प्रबंध विभाग करेगा। मंडी शहर के लिए ऊहल पेयजल से पेयजल आपूर्ति की जाती है और किसी विपदा व समस्या के समय में व्यास के बीच स्थित पंप हाउस से पानी उठाया जाता है , लेकिन इस बार की बाढ़ से ना सिर्फ ऊहल पेयजल योजना को भारी नुकसान पहुंचा है बल्कि पड्डल पंप हाउस पूरी तरह से तबाह हो चुका है। 
 
 
इस कारण मंडी शहर को पेयजल आपूर्ति पूरी तरह से ठप हुई है। हालांकि ग्रामीण क्षेत्रों के प्राकृतिक स्रोत से पानी उठाकर लोगों तक पहुंचाया जा रहा है लेकिन यह बहुत कम है। इसलिए सरकार ने निर्णय लिया है कि पड्डल पंप हाउस को वैकल्पिक स्रोत के रूप में प्रयोग करने के लिए पूरी तरह से सुरक्षित किया जाएगा। पंप हाउस को बाढ़ से बचाने के लिए एक बहुत बड़ी सुरक्षा दीवार दी जाएगी। इसके लिए 20000000 भी जल शक्ति विभाग को जारी कर दिए गए हैं।