मैदानी राज्यों को गर्मियों से बचाने के लिए जून से सितंबर तक 553 मिलियन यूनिट बिजली बेचेगा हिमाचल
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 05-05-2021
मैदानी राज्यों को गर्मियों और बरसात के मौसम में राहत देने के लिए हिमाचल प्रदेश जून से सितंबर तक 553 मिलियन यूनिट बिजली बेचेगा। ओपन टेंडर के माध्यम से बिजली बेची जाएगी।
बिजली बेचने के लिए अलग-अलग समय भी तय किया गया है। 12 मई को टेंडर खुलने पर बिजली सप्लाई का आवंटन होगा। जून में 24 घंटे के लिए 72 मिलियन यूनिट और 19 घंटे के लिए 51.30 मिलियन यूनिट बिजली बेची जाएगी।
जुलाई में 24 घंटे के लिए 96.72 मिलियन यूनिट और 19 घंटे के लिए 82.46 मिलियन यूनिट, अगस्त में 24 घंटे के लिए 81.84 और 19 घंटे के लिए 82.46 मिलियन यूनिट तथा सितंबर में 24 घंटे के लिए 86.40 मिलियन यूनिट बिजली बेची जाएगी।
ऊर्जा निदेशालय की ओर से बिजली सप्लाई बेचने के लिए टेंडर आमंत्रित किए गए हैं। आठ मई से दिल्ली और पंजाब को तपती गर्मी से हिमाचल प्रदेश की बिजली राहत देगी। दोनों राज्यों को 535 मिलियन यूनिट की बिजली सप्लाई देने का करार हो गया है।
मई से अक्तूबर के पहले हफ्ते तक बैंकिंग पर इन राज्यों को बिजली सप्लाई दी जाएगी। सर्दियों के मौसम में नवंबर 2021 से मार्च 2022 तक 7.50 फीसदी अधिक बिजली हिमाचल इन राज्यों से वापस लेगा। इन राज्यों को आगामी छह माह के दौरान हिमाचल प्रदेश की ओर से 24 घंटे बिजली सप्लाई दी जाएगी।
सर्दियों के दौरान हिमाचल इन राज्यों से सिर्फ दिन के समय में बिजली वापस लेगा। गर्मियों के दौरान हिमाचल में बिजली की बहुत अधिक मांग नहीं होती है। ऐसे में सरप्लस बिजली को हिमाचल हर वर्ष बैंकिंग के तहत पड़ोसी राज्यों को देता है।
गर्मियों में दी गई इस बिजली को बर्फबारी के सीजन के दौरान हिमाचल में बिजली उत्पादन घटने के समय वापस लिया जाता है। इस वर्ष राज्य बिजली बोर्ड ने बैंकिंग के लिए बीआरपीएल दिल्ली को 500 मिलियन यूनिट और पंजाब को 35 मिलियन यूनिट देने के लिए करार किया है।
हिमाचल की ओर से पहले बिजली दी जा रही है ऐसे में वापसी के समय प्रदेश को साढ़े सात फीसदी अधिक बिजली प्राप्त होगी। बीआरपीएल दिल्ली और पंजाब की ओर से यह अतिरिक्त बिजली सप्लाई प्रीमियम के तौर पर हिमाचल प्रदेश को लौटाई जाएगी।