मिसाल : भैंस का दूध निकाल रहे आईपीएस अधिकारी और चंडीगढ़ के एसएसपी कुलदीप चहल , युवाओं को दिया खास संदेश

मिसाल : भैंस का दूध निकाल रहे आईपीएस अधिकारी और चंडीगढ़ के एसएसपी कुलदीप चहल , युवाओं को दिया खास संदेश

बोले, नो मैटर व्हेयर लाइफ टेक यू ...नेवर फॉरगेट व्हेयर यू कम्स फ्रॉम    

रिसर्च डेस्क यंगवार्ता   28-03-2021

हरियाणा के जींद जिले के एक गांव का साधारण लड़का कड़ी मेहनत के दम पर आज दो राज्यों हरियाणा-पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ में एसएसपी के पद पर कार्यरत्त हैं। पंजाब कैडर के इस सुपरकॉप ने 12 साल के पुलिस करियर में कई गैंगस्टर को ठिकाने लगा कर खुद की अलग पहचान बनाई है।

जी हां, हम बात कर रहे हैं सुपरकॉप आईपीएस अधिकारी कुलदीप सिंह चहल की। सरकारी स्कूल में पढ़कर आईपीएस तक का सफर इनके लिए इतना आसान नहीं रहा, लेकिन आज भी यह अफसर जमीन से जुड़े हैं। शुक्रवार को एसएसपी कुलदीप चहल ने अपने फेसबुक पर एक ऐसी पोस्ट डाली जो देखते ही देखते वायरल हो रही। दरअसल, उन्होंने अपनी ऐसी फोटो पोस्ट की जिसमें वह गांव में अपनी भैंस का दूध निकाल रहे हैं।

यह फोटो सोशल मीडिया पर ऐसी वायरल हुई कि कुछ ही घंटों में हजारों लोगों ने इसे लाइक और शेयर कर डाला। यह केवल एक फोटो नहीं बल्कि उन लोगों खासतौर से युवाओं के लिए संदेश है जो कि गांव को छोड़ अब शहर में रह रहे हैं। कुलदीप चहल ने पोस्ट पर लिखा है ..नो मैटर व्हेयर लाइफ टेक यू ...नेवर फॉरगेट व्हेयर यू कम्स फ्राम। यह मायने नहीं रखता कि जिंदगी आपको कहां (मुकाम) तक ले जाती है , कभी मत भूलो शुरुआत (अतीत) कहां से हुई थी। 

 सुपरकाॅप कुलदीप शायद इस पोस्ट के माध्यम से उन दिनों के बारे में बता रहे हैं जब उन्होंने अपने जीवन की असल शुरुआत की थी। जानकार बताते हैं कि कुलदीप चहल जींद के छोटे से गांव से ताल्लुक रखते हैं। पिता खेती करते थे, परिवार की आर्थिक हालात भी बहुत अच्छी नहीं थी।

काॅलेज तक की पढ़ाई के दिनों में कुलदीप पिता के साथ खेतों में हाथ बंटाते थे और घर में भैंस और दूसरे पालतू जानवरों का खुद ध्यान रखते थे। कुलदीप चहल खुद को हमेशा ही साधारण स्टूडेंट मानते हैं। कॉलेज की पढ़ाई के बाद इन्होंने कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से मास्टर डिग्री की।

हिंदी माध्यम से पढ़ाई करने के बावजूद कुलदीप चहल ने यूजीसी जैसी प्रतिष्ठित परीक्षा पास की और उसके बाद खुद की मेहनत के दम पर चंडीगढ़ पुलिस में असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर के पद पर भर्ती हुए। चंडीगढ़ के ही सेक्टर-11 स्थित पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज में प्रोफेसर भाई के प्रोत्साहन से कुलदीप चहल ने सिविल सर्विसेज में जाने का सपना देखा।

चंडीगढ़ के मनीमाजरा थाने में एएसआई रहते हुए सिविल सर्विसेज की तैयारी की और 2009 में सिविल सर्विसेज में आईपीएस चुने गए। सिविल सर्विसेज की ट्रेनिंग के बाद आईपीएस कुलदीप चहल को पंजाब कैडर अलॉट हुआ। फिटनेस में युवाओं के रोल मॉडल कुलदीप चहल ने पोस्टिंग संभालते ही क्रिमिनल का सफाया करना शुरू कर दिया।

पंजाब के कई बड़े गैंगस्टर को खत्म करने में कुलदीप चहल ने अहम भूमिका निभाई है। पंजाब पुलिस में काफी कम समय में ही कुलदीप चहल सुपरकाॅप बन गए। पंजाब के जिस जिले में भी गए वहां से गैंगस्टर का सफाया कर डाला। जेड सुरक्षा प्राप्त चंद अफसरों में कुलदीप चहल भी शामिल हैं। 2020 में चंडीगढ़ में एसएसपी की पोस्टिंग से पहले चहल मोहाली में एसएसपी के पद पर रहे हैं। उन्हें दो बार मोहाली में एसएसपी की जिम्मेदारी दी गई।

पंजाब सरकार के सबसे भरोसेमंद पुलिस अफसरों में इनकी गिनती होती है। कुलदीप सिंह चहल का कहना है कि जिंदगी में लक्ष्य और सोच पॉजिटिव हो तो हर मुकाम हासिल हो सकता है। इंसान को हमेशा यह याद रखना चाहिए कि उसका अतीत क्या रहा है। यह उसे हमेशा सच्चाई से रूबरू रखने में मदद करता है। मैं हमेशा ही युवाओं को बड़े सपने देखने लेकिन अपनी जड़ों से जुड़ने के लिए प्रेरित करता हूं। काम के प्रति आपका लगाव आपकी मंजिल तय करता है।