राजगढ़ ब्लॉक में खल रही है स्टाफ की कमी , सरकारी योजनाएं हो रही प्रभावित 

पंचायती राज विभाग का विकास खंड राजगढ़ इन दिनों कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा है

राजगढ़ ब्लॉक में खल रही है स्टाफ की कमी , सरकारी योजनाएं हो रही प्रभावित 

 

यंगवार्ता न्यूज़ - राजगढ़ 10-02-2022

 

पंचायती राज विभाग का विकास खंड राजगढ़ इन दिनों कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा है। ब्लॉक कार्यालय और पंचायतों में दोनों जगह कई पद रिक्त पड़े हैं। यही कारण है की पूरे जिले में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाला राजगढ़ ब्लॉक काम के बोझ तले दबता जा रहा है। ब्लॉक कार्यालय से पूछने पर ज्ञात हुआ कि विकासखंड राजगढ़ के कार्यालय में अधीक्षक का एक पद , लिपिक के तीन पद , वरिष्ठ सहायक का एक पद , सेवादार का एक पद और चौकीदार का एक पद रिक्त पड़ा है । इसके अतिरिक्त फील्ड स्टॉफ में भी तकनीकी सहायक , पंचायत सचिव और  जीआरएस के कुछ पद खाली पड़े हैं। 

 

विशेषकर हाल ही में बनी तीन नई पंचायतों में अब तक सभी पद खाली पड़े हैं। राजगढ़ ब्लॉक की प्रधान परिषद के अध्यक्ष सुभाष ठाकुर ने मीडिया को बताया कि ब्लॉक कार्यालय में कर्मचारियों की कमी होने के कारण कुछ कर्मचारियों को काम का अतिरिक्त बोझ उठाना पड़ रहा है। इससे पंचायतों के विकास कार्यों में बढ़ा उत्पन्न हो रही है। राजगढ़ क्षेत्र पूरी तरह ग्रामीण पृष्ठभूमि का क्षेत्र है और यहां पंचायती राज विभाग का विकास कार्यों में अहम योगदान है । इसलिए यहां शीघ्र ही सभी रिक्त पदों को भरा जाना चाहिए। राजगढ़ के साथ लगती ग्राम पंचायत शलाना के प्रधान शेखर शर्मा और कोठिया जाजर पंचायत के प्रधान अरुण वशिष्ठ ने मीडिया को बताया कि प्रधान परिषद राजगढ़ द्वारा पंचायती राज मंत्री को भी प्रस्ताव देकर मांग की गई थी कि शीघ्र ही सभी रिक्त पदों को भरा जाए।

 

किंतु अभी तक इसपर कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है। जिस कारण जनता के कार्यों को करने में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।  सुभाष ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में जिला सिरमौर में मनरेगा का पैसा खर्च करने में राजगढ़ ब्लॉक अव्वल रहा है। किंतु स्टाफ की कमी के कारण इसकी कार्यक्षमता प्रभावित हो सकती है।

 

उन्होंने विभाग से मांग की कि जल्द ही रिक्त पदों को भरा जाए। इस संदर्भ में पूछने पर स्थानीय विधायक रीना कश्यप ने आश्वासन दिया कि जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान किया जाएगा और रिक्त पदों को भरा जाएगा। ताकि विकास कार्यों में कोई अवरोध उत्पन्न ना हो सके।