यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 16-07-2022
ब्यूरोक्रेसी के बॉस को बदलने के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अफसरों को चेतावनी दी है कि वे अलर्ट रहकर काम करें और जो जिम्मेदारी दी जाए, उसी पर ध्यान दें।
जो अक्सर अनावश्यक रूप से सरकार बदलने की चर्चाओं और अटकलों में फंसे हैं, वे उत्तराखंड और यूपी में अपने सहयोगियों का हाल देख लें। यही हश्र यहां न हो, इसके लिए राज्य सरकार की ओर से दी गई जिम्मेदारी को पूरा करने की जरूरत है।
शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में जयराम ठाकुर ने कहा कि यूपी और उत्तराखंड वाला सरप्राइज हिमाचल में भी मिल सकता है। अफसरों ने अपना काम करना है, राजनीति नहीं। इसलिए ऑफिशियल काम रफ्तार से होना चाहिए। जो ड्यूटी दी जाए, उसे डिलीवर करें। कामकाज के तरीके बदलें और किसी ग्रुप में न फंसे। सरकार जनहित के लिए होती है और यह बात अफसरों को भी समझनी चाहिए।
इससे पहले मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने साफ कर दिया था की मुख्य सचिव कोई भी हमेशा के लिए नहीं बनता। पांच साल में छह मुख्य सचिव लगाने के सवाल पर जयराम ठाकुर ने कहा कि जब उनकी सरकार बनी, तो मुख्य सचिव वीसी फारका पूर्व सरकार के थे, जिन्हें परंपरा अनुसार जाना था।
इसके बाद जितने मुख्य सचिव बने, उन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया है। जो नहीं कर पाए, उनके लिए तो व्यक्तिगत रीजन थे या फिर वे भारत सरकार में चले गए थे।
निवर्तमान मुख्य सचिव रामसुभग सिंह समेत सभी मुख्य सचिवों ने उनकी सरकार में अच्छा काम किया है और इसका क्रेडिट सभी को जाता है। जयराम ठाकुर ने कहा कि अफसरों में एक सामान्य मानसिकता है कि जब चुनाव नजदीक होते हैं, तो काम करने का तौर तरीका बदल जाता है।