राज्य स्तरीय पर्यावरण दिवस समारोह की सीएम ने की अध्यक्षता
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 05-06-2020
हिमाचल प्रदेश ने विकास व पर्यावरण के बीच संतुलन बनाते हुए सतत विकास के पथ पर लगातार कदम आगे बढ़ाएं हैं। यह बात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पर्यावरण, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय विश्व पर्यावरण दिवस कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमालय क्षेत्र न केवल इस क्षेत्र में निवास करने वाले लोगों के लिए बल्कि पूरे विश्व के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि राज्य विविध जलवायु परिस्थितियों और विभिन्न प्रकार की वनस्पतियों और जीवों से सम्पन्न है।
उन्होंने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस पृथ्वी की देखभाल करने के लिए लोगों का दिन है। यह दिवस केवल औपचारिकता नहीं होना चाहिए। पाॅलीथीन बड़े पैमाने पर हमारे जल निकायों को प्रदूषित कर रहा है, समुद्री जीव-जन्तुओं को नुकसान पहुंचाता हैं और स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है।
राज्य में होने वाली जनसभाओं में एक लीटर से कम क्षमता वाली प्लास्टिक की पानी की बोतलों पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। राज्य में आने वाले पर्यटकों को पाॅलीथीन बैग के बजाय जूट या पेपर बैग का उपयोग करने के लिए जागरूक किया जाना चाहिए।
जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार ने थर्माकोल कटलरी के उपयोग पर भी पूर्ण प्रतिबंध लगाया है, क्योंकि यह नाॅन बायोडिग्रेबल है और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाना है। सरकार ने पत्तियों से बने डोना और प्लेट के उपयोग को बढ़ावा दिया है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश जैव विविधता में समृद्ध है, क्योंकि इसमें जीव-जन्तुओं की 5721 और वनस्पतियों की लगभग 3295 प्रजातियां पाई जाती हैं, जो देश की जैव विविधता का लगभग 7 प्रतिशत है। राज्य सरकार प्रदेश समृद्ध जैव विविधता के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है और राज्य में पंचायत स्तर पर 3871 जैव विविधता प्रबंधन समितियों का गठन किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण सुनिश्चित करने के लिए एन.जी.ओ. महिला मंडल, युवक मंडल और आम लोगों की भूमिका महत्वपूर्ण है, क्योंकि सरकार का कोई भी कार्यक्रम लोगों की सक्रिय भागीदारी के बिना सफल नहीं हो सकता है। ओडीएफ, साक्षरता अभियान आदि जैसे सभी कार्यक्रम लोगों की भागीदारी से ही सफल हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने जय राम ठाकुर ने विभाग द्वारा प्रकाशित तीन प्रकाशन,क्लाइमेट चेंज इम्पेक्ट्स एंड वलनरएबिलिटी असेंसमेंट इन हिमाचल प्रदेश, ट्रेनर्ज गाइडबुक ऑन इंटेरिंग क्लाइमेट चेंज इन डवेल्पमेंट प्लानिंग इन हिमाचल प्रदेश’ और टेक्नोलाॅजी नीड्ज असेंस्मेंट फाॅर क्लाइमेंट चेंज अडेपटेशन इन वाटर सेक्टर इन हिमाचल प्रदेश को भी जारी किया।
उन्होंने जालपा स्वयं सहायता समूह गांव पाधरू जिला मण्डी और महिला स्वयं सहायता समूह गांव उल्धारा जिला मण्डी को पत्तल और डोना बनाने की मशीनें भी भेंट की।