राज्यपाल ने अमृत काल में स्वदेशी अपनाने का किया आहवान
राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि हर व्यक्ति अमृत काल का साक्षी बना है। हमें तय करना है कि आने वाले 25 वर्षों में हमें किस दिशा में जाना है और राष्ट्र के विकास में हमारा क्या योगदान हो सकता है
यंगवार्ता न्यूज़ - सोलन 14-08-2022
राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि हर व्यक्ति अमृत काल का साक्षी बना है। हमें तय करना है कि आने वाले 25 वर्षों में हमें किस दिशा में जाना है और राष्ट्र के विकास में हमारा क्या योगदान हो सकता है।
राज्यपाल आज सोलन जिले के दून विधानसभा क्षेत्र के बद्दी में आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अमृत महोत्सव के दौरान हमें अपने अतीत को भी याद करने की आवश्यकता है। अंग्रेजों सहित विदेशी आक्रांताओं ने हमारी संस्कृति, परंपराओं और शिक्षा प्रणाली को नुकसान पहुंचाया और हमारे पूर्वज उस समय आजादी के बारे में शायद सोच भी नहीं सकते थे।
राज्यपाल ने देश के बंटवारे की पीड़ा का जिक्र करते हुए कहा कि इतिहास में इस दुःखद घटना को याद रखने की जरूरत है। हमें उन सभी बलिदानियों को याद करना होगा, जिनके कारण हम एक स्वतंत्र राष्ट्र में रह रहे हैं। हर घर तिरंगा कार्यक्रम में शामिल होकर हम अपने महान स्वतंत्रता सेनानियों को याद कर सकते हैं।
यह अभियान किसी पार्टी या संगठन का नहीं बल्कि पूरे देश का है और इसी लिए हम सभी इस अभियान से जुड़े हैं। उन्होंने लोगों से अमृत काल में स्वदेशी अपनाने का भी आहवान किया।
राज्यपाल ने कंपनी के सर्वश्रेष्ठ कर्मचारियों और अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली विभूतियों को भी पुरस्कृत किया। माइक्रोटेक के अध्यक्ष एवं सीआईआई हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष सुबोध गुप्ता ने इस अवसर पर राज्यपाल को सम्मानित किया। इस अवसर पर विधायक परमजीत सिंह पम्मी, पूर्व विधायक एवं अन्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।