यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 25-06-2021
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के चीन से सटे समदो बॉर्डर का दौरा करने, दिल्ली जाकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात के बाद अब सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे शुक्रवार को शिमला पहुंचे हैं। उन्होंने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से मुलाकात की।
राज्यपाल ने चीन के साथ लगते हिमाचल के सीमावर्ती क्षेत्रों में अधोसंरचना विकास पर बल दिया। उन्होंने कहा कि सड़क, हेलीपैड व अन्य अधोसंरचना विकास में सेना की अहम भूमिका है।
उन्होंने कहा कि सीमा से सटे गांवों में युवा जनसंख्या को रोकने की आवश्यकता है। इसके लिए स्थानीय स्तर पर स्वरोजगार व रोजगार के अवसर तलाशे जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के निचले क्षेत्रों में करीब हर घर से जवान सेना में कार्यरत हैं। राज्य में सेवानिवृत सैनिकों की संख्या भी काफी है।
राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को भी सेना में अवसर दिया जाना चाहिए। दत्तात्रेय ने शिमला के वॉकर अस्पताल का मामला भी सेना प्रमुख से उठाया। सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे ने कहा कि वह इससे पूर्व शिमला में आरट्रैक में अपनी सेवाएं दे चुके हैं और हिमाचल को वह अपना पुराना घर मानते हैं। इसलिए यहां आकर उन्हें बहुत खुशी मिलती है।
उन्होंने कहा कि भारतीय सेना दुश्मन की हर नापाक कोशिश का मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है। जहां तक चीन के साथ लगती सीमा का प्रश्न है, बातचीत हो रही है और चिंता करने वाली कोई बात नहीं है। हमारी तरफ से व्यापक स्तर पर ‘मैन एंड मैटीरियल’ तैनात है और सेना पूरी तरह सजग है।
उन्होंने कहा कि सेना द्वारा अगले 5-10 वर्षों के लिए सीमा क्षेत्रों में सड़क निर्माण को लेकर योजना तैयार की गई है। सड़क निर्माण से इन क्षेत्रों में विकास भी तेजी से होगा और युवाओं का पलायन भी रूक सकेगा। हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति में समदो बॉर्डर के पार चीन नई सड़कें और पक्के भवन बना रहा है।
इनकी जानकारी लगने पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने डीजीपी संजय कुंडू के साथ मई में बॉर्डर का दौरा किया था। सीएम जयराम ठाकुर चीन सीमा से सटे समदो बॉर्डर की टोल लेने पहुंचे थे। बॉर्डर के अचानक दौरे के दौरान मुख्यमंत्री आईटीबीपी, डोगरा स्काउट्स और बिहार रेजिमेंट के सैनिकों से मिले थे और वहां की गतिविधियों का जायजा लिया था।
मुख्यमंत्री ने इसको लेकर ग्रामीणों, आईटीबीपी और सेना से भी बात की थी। इसकी रिपोर्ट बनाकर केंद्र सरकार को भेजी गई थी। प्रदेश में चीन से लाहौल-स्पीति और किन्नौर जिले की करीब ढाई सौ किलोमीटर लंबी सीमा लगती है।
सीमा पर भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी) मोर्चा संभाल रहा है, जबकि दूसरे चक्र में सेना तैनात है। पिछले साल चीन सेना के दो हेलीकॉप्टरों ने हिमाचल प्रदेश के समदो में करीब दस किलोमीटर अंदर तक उड़ान भरी थी। उसके बाद से लगातार प्रदेश में सेना की इस इलाके में तैनाती बढ़ गई थी।