रिमोट एरिया में अब ड्रोन से पहुंचाई जाएगी दवाइयां , मंडी जिला से शीघ्र होगी योजना की शुरुआत
हिमाचल में ड्रोन तकनीक से दवाइयों को पहुंचाने की योजना मुख्यमंत्री के गृह जिला मंडी से शुरू होगी। एनएचएम ने मंडी जिला के करीब 25 रिमोट एरिया की लिस्ट तैयार की है, जिसे अंतिम मंजूरी के लिए सरकार को भेजा गया है
यंगवार्ता न्यूज़ - मंडी 30-08-2022
हिमाचल में ड्रोन तकनीक से दवाइयों को पहुंचाने की योजना मुख्यमंत्री के गृह जिला मंडी से शुरू होगी। एनएचएम ने मंडी जिला के करीब 25 रिमोट एरिया की लिस्ट तैयार की है, जिसे अंतिम मंजूरी के लिए सरकार को भेजा गया है। इसमें चौहार घाटी का रिमोट एरिया सिराज और द्रग का रिमोट एरिया शामिल है जहां पर ड्रोन तकनीक से दवाइयों को पहुंचाया जाना है।
अब सरकार मंडी के किस रिमोट एरिया का चयन इस योजना की शुरुआत के लिए करता है इसकी सूचना जल्द एनएचएम को उपलब्ध करवाई जाएगी। सरकार से मंजूरी मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ड्रोन तकनीक से वहां दवाइयों को पहुंचाएगा। इस योजना की शुरुआत के लिए एनएचएम ने मुख्यमंत्री से भी समय मांगा है। मुख्यमंत्री कार्यालय से जैसे ही योजना की शुरुआत करने का समय मिल जाता है वैसे ही इस योजना को लोगों की सेवा के लिए शुरू कर दिया जाएगा।
इसके बाद प्रदेश के दूर-दराज और दुर्गम क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को दवाइयों के लिए घर से दूर नहीं जाना पड़ेगा। एनएचएम पिछले काफी समय से इस योजना पर काम कर रहा है जो अब पूरा हो गया है और सरकार से मंजूरी मिलने का इंतजार। स्वास्थ्य विभाग आईटी विंग के साथ मिलकर इस तकनीक पर काम कर रहा है। ड्रोन तकनीक से किन-किन वस्तुओं की सप्लाई की जा सकती है और ड्रोन से रोगियों के कौन कौन से सैंपल जांच के लिए लाए जा सकते हैं ये सब तैयारियां विभाग ने कर ली है।
प्रदेश के सबसे बड़े स्वास्थ्य महकमे के लिए ड्रोन तकनीक को इस्तेमाल में लाना विभाग के लिए किसी वरदान से कम नहीं होगा, वो भी तब जब विभाग मौजूदा समय में स्टाफ की भारी कमी से जूझ रहा है। प्रदेश के अधिकांश अस्पतालों में स्टाफ की भारी कमी चल रही है, बात चाहे फिर डॉक्टरों की हो या पैरामेडिकल स्टाफ की, अस्पतालों में बढ़ते दबाव के चलते लोगों को चाह कर भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिल पा रही है।
प्रदेश के दूरदराज और ग्रामीण क्षेत्रों के लोग अपनी छोटी से छोटी बीमारी के इलाज के लिए भी बड़े अस्पतालों का रुख कर रहे हैं, अस्पतालों में मरीज़ो का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है। इस दबाव को कम करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ड्रोन तकनीक को अपनाकर लोगों की छोटी बीमारी के इलाज के लिए उनके घर द्वार पर दवाइयों को पहुंचाने का काम करेगा।
एनएचएम मिशन निदेशक हेमराज बेरवा ने कहा कि मंडी जिला के रिमोट एरिया से इस योजना की शुरूआत की जाएगी। इस की लिस्ट तैयार कर सरकार को भेजी गई है। सरकार से मंजूरी मिलने के बाद जल्द इस सेवा की शुरुआत कर दी जाएगी।