राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत औषधीय पौधों की खेती करने पर किसानों को दी जाएगी आर्थिक सहायता
राष्ट्रीय आयुष मिशन में राज्य मेडिसिनल प्लांट बोर्ड की ओर से औषधीय पौधों की खेती करने पर किसानों को आर्थिक सहायता दी जाएगी। राज्य पादप बोर्ड राष्ट्रीय पादप बोर्ड की सहायता से किसानों को औषधीय पौधों की खेती करने के लिए प्रेरित करता रहता है
यंगवार्ता न्यूज़ - हमीरपुर 10-09-2022
राष्ट्रीय आयुष मिशन में राज्य मेडिसिनल प्लांट बोर्ड की ओर से औषधीय पौधों की खेती करने पर किसानों को आर्थिक सहायता दी जाएगी। राज्य पादप बोर्ड राष्ट्रीय पादप बोर्ड की सहायता से किसानों को औषधीय पौधों की खेती करने के लिए प्रेरित करता रहता है।
इसके लिए समय-समय पर औषधीय पौधों की खेती करने बारे जहां किसानों को जागरूक किया जाता है। वहीं पर खेती करने के लिए मिलने वाली आर्थिक सहायता के बारे भी किसानों को बताया जाता है।
मेडिसिनल प्लांट बोर्ड के नोडल अधिकारी डॉ. रविंद्र शर्मा ने बताया कि हाल ही में स्टेट मेडिसिनल प्लांट बोर्ड के सदस्य सचिव और निदेशक आयुर्वेद से प्राप्त पत्र के अनुसार राष्ट्रीय आयुष मिशन में किसानों को क्लस्टर के रूप में या व्यक्तिगत तौर पर भी दो हेक्टेयर भूमि पर स्टीविया की खेती करने के लिए आवेदन किया जाता है तो उसे पादप बोर्ड की ओर से 90 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
इसी तरह 3.84 हेक्टेयर भूमि पर यदि सुगंध बाला की औषधीय खेती करने बारे आवेदन आता है तो इसके लिए 1.69 लाख रुपये की आर्थिक मदद मेडिसिनल प्लांट बोर्ड की ओर से की जाएगी।
इसके अलावा किसान औषधीय खेती करने के उपरांत अपने उत्पाद को अपने स्तर पर कहीं भी अच्छे दाम पर बेच सकेंगे। नोडल अधिकारी ने किसानों से औषधीय पौधों की खेती करके आर्थिक रूप से सुदृढ़ होने की अपील की है।