रूस की बड़ी पहल : खारकीव व सूमी में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए भेजी 130 बसें
यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को बाहर निकालने के लिए रूस भी आगे आया है। रूस की ओर से 130 बसें तैयार की गई हैं
न्यूज़ एजेंसी - नई दिल्ली 04-03-2022
यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को बाहर निकालने के लिए रूस भी आगे आया है। रूस की ओर से 130 बसें तैयार की गई हैं। इन बसों से भारतीय छात्रों को यूक्रेन सीमा पार करवाई जाएगी। उन्हें रूस के बेलगोरोड में लाया जाएगा। रूसी राष्ट्रीय रक्षा नियंत्रण केंद्र के प्रमुख कर्नल जनरल मिखाइल मिजिट्सेव ने बताया कि, 130 बसों के माध्यम से भारतीय व अन्य विदेशी छात्रों को खारकीव व सूमी के निकालकर रूस लाया जाएगा।
यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को निकालने के लिए भारत सरकार की ओर से ऑपरेशन गंगा चलाया गया है। इसके तहत भारत सरकार कई देशों से संपर्क साध रही है। इसी क्रम में भारत ने रूसी दूतावास से भी संपर्क साधा है। भारत में रूसी राजदूत डेनिस अलीपोव ने इसकी पुष्टि की थी। अलीपोव ने कहा था कि हम खार्किव और पूर्वी यूक्रेन के अन्य क्षेत्रों में फंसे भारतीयों के लिए अधिकारियों के संपर्क में हैं। हमें रूस के क्षेत्र के माध्यम से वहां फंसे सभी लोगों को आपातकालीन निकासी के लिए भारत के अनुरोध प्राप्त हुए हैं।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने जंग के बीच बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन ने करीब तीन हजार भारतीय छात्रों को बंधक बनाया है। हम भारतीय छात्रों को बाहर निकालने में पूरी मदद करेंगे। रूसी सेना की ओर से रिहायशी इलाकों में हमला नहीं किया जा रहा है। यूक्रेन ने इन इलाकों में सैनिक और टैंक तैनात किए हैं। कोई फासिस्ट ही ऐसा कर सकता है। पुतिन ने कहा कि यूक्रेनी सेना विदेशियों को जाने नहीं दे रही है। रूसी सैनिकों ने बंधकों को रिहा कराया है।
इससे पहले डेनिस अलीपोव ने कहा था कि हम भारत के साथ रणनीतिक सहयोगी हैं। संयुक्त राष्ट्र में प्रदर्शित संतुलित स्थिति के लिए हम भारत के आभारी हैं। भारत इस संकट की गहराई को समझता है।