राहुल गांधी ईडी दफ्तर , बाहर सड़क पर महिला कार्यकर्ताओं का हंगामा , कई हिरासत में 

नेशनल हेराल्ड मामले में पूछताछ के लगातार तीसरे दिन पेश होने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कार्यालय पहुंच गए हैं। इस दौरान कांग्रेस की महिला नेताओं और कार्यकर्ताओं ने दिल्ली में पार्टी कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया

राहुल गांधी ईडी दफ्तर , बाहर सड़क पर महिला कार्यकर्ताओं का हंगामा , कई हिरासत में 

 

न्यूज़ एजेंसी - नई दिल्ली  15-06-2022
 
नेशनल हेराल्ड मामले में पूछताछ के लगातार तीसरे दिन पेश होने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कार्यालय पहुंच गए हैं। इस दौरान कांग्रेस की महिला नेताओं और कार्यकर्ताओं ने दिल्ली में पार्टी कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया है। इससे पहले नेशनल हेराल्ड केस में राहुल गांधी से लगातार दो दिनों तक ईडी दफ्तर में पूछताछ हुई थी। 
 
दूसरे दिन ईडी ने राहुल गांधी से नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में करीब 11 घंटे तक पूछताछ की थी। वहीं, सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी से ईडी अधिकारियों ने करीब 10 घंटे तक पूछताछ की थी। कांग्रेस की महिला नेताओं और कार्यकर्ताओं ने दिल्ली में पार्टी कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल गांधी आज लगातार तीसरे दिन ईडी के सामने पेश हो रहे हैं। 
 
राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ के विरोध में कांग्रेस नेताओं के प्रदर्शनों के मद्देनजर पुलिस ने आज सुबह ही राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा के दिल्ली स्थित 15 तुगलक लेन आवास की घेराबंदी कर दी है। नेशनल हेराल्ड केस में राहुल गांधी की तीसरे दिन ईडी दफ्तर में पेशी होगी। राहुल की पेशी से पहले कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया। 
 
इस दौरान पुलिस ने कई नेताओं समेत कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है। छत्तीसगढ़ के सीएम और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा हम अब अपने कर्मचारियों को एआईसीसी कार्यालय में नहीं ला सकते हैं। हमें बताया गया था कि केवल 2 सीएम ही यहां आ सकते हैं और किसी और को अनुमति नहीं है। 
 
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा देश के हर मुद्दे को राहुल गांधी ने उठाया है और इसलिए इन्हें परेशान किया जा रहा है। इनका (भाजपा) का जो राष्ट्रवाद है वो आयोजित राष्ट्रवाद है, उस राष्ट्रवाद में जो भी विरोध में हो उसे दबा दिया जाए और कुचल दिया जाए ये होता है। 
 
लेकिन उन्हें ये बहुत महंगा पड़ेगा। आप कार्यकर्ता-नेता को कार्यालय में आने से प्रतिबंध लगा रहे हैं। आप किसी को एक सीमा तक दबा सकते हैं उससे ऊपर नहीं। पूरा देश इस घटना को बेहद करीब से देख रहा है।