लोक गायिका कल्पना तोमर का पहाड़ी डिजिटल एलबम झुमका ठुमका ने मचाया धमाल

प्रसिद्ध लोक गायिका कल्पना तोमर रैणा के मधुर स्वर में तैयार  झुमका ठुमका नामक पहाड़ी विडियो  डिजिटल एलबम ने इन दिनों मार्किट में धमाल मचाया है। तानिश स्टूडियों राजगढ़ के बैनर तले तैयार की गई इस एलबम में कल्पना तोमर के साथ उनके छोटे भ्राता आशु तोमर ने गायन में अहम भूमिका निभाई  है। इस गीत में म्यूजिक नवीन नेगी और राजेश गंधर्व ने दिया

लोक गायिका कल्पना तोमर का पहाड़ी डिजिटल एलबम झुमका ठुमका ने मचाया धमाल

यंगवर्ता न्यूज़ - राजगढ़  08-05-2023
 
प्रसिद्ध लोक गायिका कल्पना तोमर रैणा के मधुर स्वर में तैयार  झुमका ठुमका नामक पहाड़ी विडियो  डिजिटल एलबम ने इन दिनों मार्किट में धमाल मचाया है। तानिश स्टूडियों राजगढ़ के बैनर तले तैयार की गई इस एलबम में कल्पना तोमर के साथ उनके छोटे भ्राता आशु तोमर ने गायन में अहम भूमिका निभाई  है। इस गीत में म्यूजिक नवीन नेगी और राजेश गंधर्व ने दिया है जबकि गीत की लिरिक्स कल्पना तोमर द्वारा स्वयं तैयार की गई है। जबकि मेकओवर का कार्य  अंजली कश्यप ने किया है। बता दें कि राजगढ़ के समीप जाजर गांव की रहने वाली कल्पना तोमर रैना को पहाड़ी कोकिला के नाम से प्रदेश में प्रसिद्ध  है। 
 
 
 
कल्पना दूरदर्शन और रेडियो से बीते 15 वर्षों से  बी ग्रेड स्तर की मान्यता प्राप्त स्थापित कलाकार है। शायद ही प्रदेश को कोई मंच हो जहां पर इनके द्वारा अपनी सुरीली आवाज का जादू बिखेरा हो। प्रदेश में मनाए जाने वाले अंतरराष्ट्रीय व राज्य और जिला स्तरीय मेलों के कल्पना को कार्यक्रम देने के लिए विशेष तौर पर आमंत्रित किया जाता है। दूरदर्शन से प्रसारित होने वाली धारावाहिक पढ़ी लिखी लड़की में कल्पना द्वारा विशेष भूमिका निभाई गई है। इसके अतिरिक्त इनके द्वारा अनेक विडियो एलबम की शूटिंग में नायिका का रोल अदा किया गया है जिनमें डाॅ.  कृष्ण लाल सहगल की विडियो एलबम मेरी जानी रा बसेरा के अतिरिक्त दिल खो गया, परदेश , मेरे सजना इत्यादि एल्बम में कार्य करके प्रदेश की संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन में अपना रचनात्मक योगदान दिया गया है। 
 
 
बीते दिनों कल्पना तोमर ने दूरदर्शन कश्मीर चैनल में एक धारावाहिक के लिए भी कार्य किया है। इन्हें अनेक संस्थाओं द्वारा बेहतरीन कलाकार के रूप में सम्मानित भी किया गया है। कल्पना तोमर से जब इस बारे बात की गई तो इन्होने बताया कि उनका स्कूल समय  से ही गायन व नृत्य का बहुत शौक था और इनके द्वारा स्कूल स्तर की नेशनल और राज्य स्तरीय अनेक गायन व नृत्य प्रतियोगिता में सदैव प्रथम स्थान प्राप्त करके स्कूल और राजगढ़ क्षेत्र का नाम रोशन किया है। इन्होने बताया कि गायन की प्राथमिक शिक्षा उन्हें घर में  पूज्य माता रीता तोमर से मिली है जबकि शास्त्रीय संगीत एवं गजल गायन की कला  सेवानिवृत संगीत प्राध्यापक डाॅ. कृष्ण लाल सहगल के सानिध्य में हासिल की  है । कल्पना डाॅ. केएल सहगल को  संगीत के क्षेत्र में अपना आदर्श मानती है।