यंगवार्ता न्यूज़ - केलांग 13-07-2021
उपायुक्त लाहौल- स्पीति नीरज कुमार ने कहा कि जनजातीय लाहौल- स्पीति में साहसिक पर्यटन की अपार संभावनाएं मौजूद हैं। लाहौल और स्पीति घाटी में नैसर्गिक सौंदर्य का जो खजाना प्रकृति ने बख्शा है उसकी भी पर्यटन विकास में अहम भूमिका रहती है।
उपायुक्त ने यह बात आज माउंट यूनाम पर्वतारोहण अभियान को सफलतापूर्वक पूरा होने के बाद जिस्पा में आयोजित समापन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए कही।
पर्वतारोहण उपकेंद्र के प्रभारी मोहन नाजु के नेतृत्व में 6 जुलाई को शुरू पर्वतारोहण अभियान को टीम के 16 सदस्यों द्वारा 11 जुलाई को सफलतापूर्वक पूरा किया गया।
6089 मीटर ऊंचाई चोटी को फतह करने वाली इस टीम में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के 8 सदस्यों, राजस्थान राज्य के एक पर्वतारोही और अन्य 5 सदस्यों ने हिस्सा लिया। इसके अलावा उपायुक्त कार्यालय केलांग में कार्यरत विनोद कुमार और श्यामलाल भी इसमें शामिल रहे।
पर्वतारोहण केंद्र जिस्पा के प्रभारी मोहन नाजु ने बताया कि 16 सदस्यों की इस टीम ने 6 जुलाई को 10800 फीट की ऊंचाई पर स्थित जिस्पा में स्थापित केंद्र में अपनी उपस्थिति दी। इसके बाद 7 जुलाई को 11000 फीट की ऊंचाई पर अनुकूलन यात्रा को अंजाम दिया गया।
इस अभियान में उप नेतृत्व देशराज जबकि तकनीकी नेतृत्व भाग सिंह ने दिया। यशपाल ने प्रबंधन प्रभारी की भूमिका निभाई।
उपायुक्त नीरज कुमार ने टीम के सभी सदस्यों को बधाई देते हुए कहा कि लाहौल- स्पीति में जो साहसिक पर्यटन की संभावनाएं मौजूद हैं उन्हें इस तरह के अभियान के माध्यम से और भी नए आयाम मिलेंगे।
उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि लाहौल- स्पीति जिला न केवल देश बल्कि विदेश में भी साहसिक पर्यटन के मानचित्र पर अपनी एक अलग पहचान कायम करने में सफल रहेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि पर्यटन विकास से जुड़ी इस तरह की गतिविधियों के आयोजन से स्थानीय स्तर पर भी लोगों को स्वरोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे। इसका सीधा लाभ यहां की ग्रामीण आर्थिकी को प्राप्त होगा। उन्होंने इस मौके पर टीम के सदस्यों को पुरस्कृत किया और उनके जज्बे की प्रशंसा भी की।