कोरोना बहरूपिया है, हर वैरिएंट पर रखनी होगी नजर , मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक बोले मोदी 

कोरोना बहरूपिया है, हर वैरिएंट पर रखनी होगी नजर , मुख्यमंत्रियों के साथ   बैठक बोले मोदी 
न्यूज़ एजेंसी - नई दिल्ली  13-07-2021
 
देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर की रफ्तारी थमती नजर आ रही है। वहीं कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच कई राज्यों में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी मंगलवार को पूर्वोत्तर राज्यों के आठ मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक कर रहे हैं।
 
मुख्यमंत्रियों से बात करते हुए पीएम ने कहा कि कोरोना बहरूपिया है, हर वेरिएंट पर नजर रखनी होगी। प्रधानमंत्री मोदी ने बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर पूर्वोत्तर यानी असम, नगालैंड, त्रिपुरा, सिक्किम, मणिपुर, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश और मिजोरम के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की।
 
इस दौरान पीएम ने कहा, ''कोरोना बहरूपिया है, हमें कोरोना वायरस के हर वैरिएंट पर भी नजर रखनी होगी। म्यूटेशन के बाद ये कितना परेशान करने वाला होगा, इस बारे में एक्सपर्ट्स लगातार स्टडी कर रहे हैं। ऐसे में रोकथाम और वक्त रहते इलाज करना बहुत जरूरी है।
 
देश में कोरोना संक्रमण होते ही लोगों के घूमने निकल पड़ने पर पीएम मोदी ने कहा कि ये सही है कि कोरोना की वजह से टूरिज्म, व्यापार-कारोबार बहुत प्रभावित हुआ है। लेकिन आज मैं बहुत जोर देकर कहूंगा कि हिल स्टेशंस में, मार्केट्स में बिना मास्क पहने, भारी भीड़ उमड़ना ठीक नहीं है। सतर्कता बरतना बेहद जरूरी है।
 
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे ‘सबको वैक्सीन-मुफ्त वैक्सीन’ अभियान की पूर्वोत्तर में भी उतनी ही अहमियत है। साथ ही पीएम ने मुख्यमंत्रियों से अपील की कि तीसरी लहर से मुकाबले के लिए हमें वैक्सीनेशन की प्रक्रिया तेज करते रहना है।
 
तीसरी लहर की चेतावनी को लेकर पीएम मोदी ने कहा, 'हमें टेस्टिंग और ट्रीटमेंट से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार करते हुए आगे चलना है। हमें विशेष रूप से ऑक्सीजन पर पीडियाट्रिक केयर से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण के लिए तेजी से काम करना होगा।
 
पीएम केयर्स के माध्यम से देश  में सैंकड़ों नए ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं। इसके लिए हाल ही में कैबिनेट ने 23 हजार करोड़ रुपये का एक नया पैकेज भी स्वीकृत किया है।' उन्होंने कहा कि नॉर्थ ईस्ट के हर राज्य को इस पैकेज से अपने हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने में मदद मिलेगी।