वीरभद्र सिंह को यूँ ही नहीं कहते थे राजा ! कविता बोली , वीरभद्र की बदौलत बनी हूँ डॉक्टर

वीरभद्र सिंह को यूँ ही नहीं कहते थे राजा ! कविता बोली , वीरभद्र की बदौलत बनी हूँ डॉक्टर
यंगवार्ता न्यूज़ - सोलन  09-07-2021
 
लोगों के दिलों में अलग जगह बनाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के साथ अर्की विस क्षेत्र का वह किस्सा भी जुड़ा है, जब उन्होंने एक गरीब परिवार की बेटी की पढ़ाई का पूरा खर्च वहन कर उसे डॉक्टर बनने में मदद की। वीरभद्र सिंह ने उस समय हमारे परिवार को अपना आशीर्वाद नहीं दिया होता तो मेरा डॉक्टर बनने का सपना अधूरा ही रह जाता।
 
यह बात अर्की के जालंग गांव निवासी डॉ. कविता ने उन पलों को साझा करते हुए कही कि जब उनका परिवार मुश्किलों भरे दौर से गुजर रहा था। डॉ. कविता 2013 में एमबीबीएस में दाखिला लेना चाहती थी, लेकिन पैसे न होने के चलते उन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था।
 
कविता उन दिनों बीपीएल परिवार से संबंध रखती थीं। कविता को किसी ने वीरभद्र सिंह से मिलने की सलाह दी और कहा कि आपकी हर समस्या का समाधान हो जाएगा। अगले ही दिन कविता पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह को उनके निवास स्थान हॉली लॉज मिलने चली गई और उन्हें आप बीती सुनाई।
 
वीरभद्र सिंह कविता की बातें सुनकर भावुक हो गए और उन्होंने कहा कि बेटा आप केवल पढ़ाई पर ध्यान दें। आपकी पढ़ाई और हॉस्टल के खर्च का इंतजाम कर दिया जाएगा। 2013 का वह दिन कविता के लिए यादगार बन गया और आज वह अर्की ब्लॉक के घनागुघाट में बतौर चिकित्सक तैनात हैं। आज वीरभद्र सिंह के निधन से कविता और उनका पूरा परिवार गमगीन है।