विश्व बैंक की मदद से जनजातीय क्षेत्र के बागवानों के लिए सीए में साढ़े पांच करोड़ की लागत से बनेगा कोल्ड स्टोर
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 12-05-2021
विश्व बैंक की मदद से जनजातीय क्षेत्र के बागवानों के लिए सीए कोल्ड स्टोर बनेगा। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर के रिकांगपिओ में 5.50 करोड़ रुपये की लागत से आधुनिक कोल्ड स्टोर बनाने से क्षेत्र के बागवानों को उनके बगीचों के समीप ही सेब सहित अन्य फलों से भंडारण की सुविधा मिल पाएगी।
इसके अलावा किन्नौर के बागवानों को सीजन में अपनी तैयार फसल को औने पौने दामों पर भी नहीं बेचना पड़ेगा। राज्य सरकार विदेशी मदद से जनजातीय जिले के हजारों बागवानों को 250 मीट्रिक टन सेब और अन्य फलों के भंडारण की सुविधा इस सीए स्टोर में देगी।
अभी तक किन्नौर और आसपास के क्षेत्रों के बागवानों को फल भंडारण के लिए सरकारी स्तर पर ऐसी कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है। इस कारण से बागवानों को सीजन में तेजी आने के बाद फसल के अच्छे दाम नहीं मिलते हैं।
किन्नौर में सेब प्रदेश के अन्य हिस्सों की अपेक्षा सबसे देरी से तैयार होता है। किन्नौर के सेब और अन्य फलों नाशपाती आदि की मांग देश के बाजारों में सबसे ज्यादा रहती है। सीए स्टोर न होने के कारण बागवानों को सीजन में तेजी के समय कम दामों पर बाजार में फसल बेचने को मजबूर होना पड़ता है।
एचपीएमसी के प्रबंध निदेशक राजेश्वर गोयल ने कहा कि विश्व बैंक की वित्तीय मदद से किन्नौर जिले के रिकांगपिओ में साढ़े पांच करोड़ की मदद से स्टोर बनाया जा रहा है। इसमें क्षेत्र के बागवान सेब और अन्य फलों का भंडारण कर सकेंगे।