विश्वस्तर पर क्या है देश में शिक्षा की स्थिति सर्वे में होगा खुलासा

विश्वस्तर पर क्या है देश में शिक्षा की स्थिति सर्वे में होगा खुलासा
 यूनेस्को ग्लोबल मिनिमम प्रोफिशियंसी लेबल चैक करेगा भारत का

यंगवार्ता न्यूज़ - सोलन  18-03-2021
 
भारत में बच्चों की शिक्षा की स्थिति को लेकर निरंतर सर्वे कंडक्ट करवाए जाते हैं ताकि देश के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की बुनियादी शिक्षा का आकलन किया जा सकें। इसी कड़ी में वर्ष 2017 में भी एनसीईआरटी दिल्ली की ओर से राज्यों में स्थापित एससीईआरटी के माध्यम से नेशनल अचीवमेंट सर्वे (एनएएस) कंडक्ट करवाया था।
 
इसके बाद वर्ष 2021 में  भी सर्वे कंडक्ट किया जा रहा है। इसमें यह पता लगाया जाएगा कि बच्चों के शिक्षण का स्तर कैसा है। इसमें कुछ सुधार हुआ है या कि शिक्षा का स्तर गिरा है। यह कार्य यूनेस्को इंस्टीट्यूट ऑफ स्टेटिस्टिक्स (यूआईएस) के सहयोग से देश के 9 राज्यों  में किया जा रहा है।
 
एनसीईआरटी यूनेस्को ग्लोबल मिनिमम प्रोफिशिएंसी लेवल की आवश्यकता वाले देश में सीखने वाले के प्रतिशत की रिपोर्टिंग के लिए बेंचमार्क निर्धारित करने के लिए एक नीति लिंकिंग कार्यशाला का आयोजन कर रहा है। यह कार्यशाला देश की चयनित 9 एनसीईआरटी में कंडक्ट की जा रही है, जिसमें एससीईआरटी सोलन भी शामिल है।
14 मार्च से 20 मार्च तक चलने वाली इस कार्यशाला में एससीईआरटी हैड, कोर्डिनेटर, दो-दो मैथ व हिन्दी के  अध्यापक भाग ले रहे हैं। यह कार्यशाला  बलैंडिड मोड  पर आयोजित की जा रही है। इसमें यूनेस्को की टीम, एनसीईआरटी की टीम और एससीईआरटी की टीम भाग ले रही है। इसमें बताया जा रहा है कि लिंकिंग में किस प्रकार सर्वे होना और 2017 में जो हुआ था, उसके साथ तुलनात्मक अध्ययन किया जाएगा।
 
 इसमें बच्चों के मैथ व हिन्दी की लिटरेसी और न्यूमरेसी का पता चलेगा। एससीईआरटी सोलन में राज्य समन्वयक  शिव कुमार शर्मा ने बताया कि सोलन में चल रही कार्यशाला में दो मैथ टीचर  टीजीटी (नॉन मेडिकल) संदीप कुमार और नरेंद्र और भाषा अध्यापक बलदेव सिंह और खुशवंत सिंह शामिल है।  यह कार्यक्रम  आगामी नवंबर माह में होने जा रहे नेशनल अचीवमेंट सर्वे को मध्यनजर रखते हुए किया रहा है।