शपथ ग्रहण समारोह में एआइएमआइएम के विधायक ने नहीं बोला हिंदुस्तान
न्यूज़ एजेंसी - पटना 23-11-2020
17वीं बिहार विधान सभा के पहले ही दिन शपथ ग्रहण समारोह के दौरान असदुउद्दी ओवैसी की पार्टी एआइएमआइएम के पांच विधायकों ने अपने तेवर दिखाए। विधायकों ने शपथ पत्र में लिखे हिंदुस्तान शब्द पर आपत्ति की और हिंदुस्तान की जगह भारत बोलने पर अड़े। इस पर भाजपा विधायक ने कहा जो हिंदुस्तान नहीे बोल सकते उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए।
बिहार विधानसभा में नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई जा रही है, लेकिन असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआइएमआइएम के विधायक ने शपथ के दौरान हिंदुस्तान शब्द के इस्तेमाल से इन्कार कर सदन में असहज स्थिति पैदा कर दी। विधायक अख्तरुल इमान ने उर्दू भाषा में शपथ ली और इस दौरान हिंदुस्तान के बदले भारत शब्द का इस्तेमाल किया।
अख्तरुल का नाम जैसे ही शपथ के लिए पुकारा गया, उन्होंने हिंदुस्तान शब्द पर आपत्ति जता दी। उन्हें उर्दू में शपथ लेनी थी। प्रोटेम स्पीकर जीतनराम मांझी से उन्होंने हिंदुस्तान के बदले भारत शब्द बोलने की अनुमति मांगी। उन्होंने कहा कि हिंदी भाषा में शपथ लेते वक्त भारत के संविधान शब्द का प्रयोग किया जाता है। मैथिली भाषा में भी यही शब्द आता है, लेकिन उर्दू में शपथ के लिए जो प्रपत्र दिया गया है, उसमें भारत के बदले हिंदुस्तान लिखा गया है।
अख्तरुल ने कहा कि वह भारत के संविधान के नाम पर शपथ लेंगे, न कि हिंदुस्तान के संविधान के नाम पर। हालांकि अख्तरुल की आपत्ति पर प्रोटेम स्पीकर जीतनराम मांझी ने कहा कि ऐसा पहली बार तो हो नहीं रहा है। पहले भी उर्दू भाषा में शपथ के प्रपत्र में भारत की जगह हिंदुस्तान ही लिखा रहता था। दोनों नाम में शब्दों के अलावा और कोई फर्क भी नहीं है।
मांझी के आग्रह का भी अख्तरुल पर कोई असर नहीं पड़ा और वह हिंदुस्तान के बदले भारत शब्द के उच्चारण पर ही अड़े रहे। इधर, अख्तरुल इमाम के विवादित बोल के बाद विधान सभा परिसर में बीजेपी विधायक नीरज बबलू ने कहा - यह गलत नियति है। गलत परंपरा है। जो लोग हिंदुस्तान नहीं बोल सकते , उन्हेें हिंदुस्तान में नहीं रहना चाहिए ।
ऐसे लोगों को पाकिस्तान चले जाना चाहिए। इसके पहले पूर्व सांसद आंनद मोहन के बेटे चेतन आनंद ने अंग्रेजी में और रामप्रीत पासवान ने मैथिली में शपथ ली। पहले दिन 122 और दूसरे दिन 123 विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी। जिन विधायकों का नंबर मंगलवार को आएगा उन्हें सेंट्रल हॉल में प्रवेश के पहले ही वापस कर दिया गया।