शिमला में विधानसभा के बाहर अपनी मांगों को लेकर करेंगे विशाल प्रदर्शन :  एसएफआई 

शिमला में विधानसभा के बाहर अपनी मांगों को लेकर करेंगे विशाल प्रदर्शन :  एसएफआई 

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला   15-03-2021

एसएफआई हिमाचल प्रदेश राज्य कमेटी ने केंद्र व प्रदेश सरकार की मजदूर विरोधी नीतियो के खिलाफ सीटू द्वारा आयोजित  17 मार्च  के विधानसभा घेराव को पूर्ण समर्थन देते हुए प्रदेश के छात्रों से भी इस विशाल प्रदर्शन का हिस्सा बनने का आह्वान किया है।

17 मार्च 2021 को प्रदेशभर से हज़ारों मजदूर व कर्मचारी CITU के नेतृत्व में  शिमला में विधानसभा के बाहर अपनी मांगों को लेकर  विशाल प्रदर्शन करने जा रहे है ।   

एसएफआई प्रदेश सचिव अमित ठाकुर  व राज्य अध्यक्ष रमन थारटा ने  कहा कि श्रम कानूनों को खत्म कर बनाई गईं मजदूर विरोधी चार श्रम संहिताओं के खिलाफ, न्यूनतम वेतन 21 हज़ार रुपये घोषित करने, वेतन को उपभोक्ता मूल्य अथवा महंगाई सूचकांक के साथ जोड़ने,आंगनबाड़ी, मिड डे मील व आशा वर्करज़ को सरकारी कर्मचारी घोषित करने व हरियाणा की तर्ज़ पर वेतन देने,प्री प्राइमरी में आंगनबाड़ी कर्मियों की नियुक्ति करने,टेम्परेरी व कॉन्ट्रैक्ट रोज़गार पर अंकुश लगाने,आठ के बजाए बारह घण्टे डयूटी करने के खिलाफ,कोरोना काल में हुई करोड़ों मजदूरों की छंटनी,कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली,भारी बेरोजगारी, हर आयकर मुक्त परिवार को 7500 रुपये की आर्थिक मदद,हर व्यक्ति को दस किलो राशन की सुविधा,मजदूरों के वेतन में कटौती,नई शिक्षा नीति की खामियों के खिलाफ,किसान विरोधी तीन  कानूनों के खिलाफ हिमाचल प्रदेश के हज़ारों मजदूर सड़कों पर उतरेंगे व सरकार पर हल्ला बोलेंगे।

उन्होंने कहा है कि हिमाचल प्रदेश  में अधिकतर छात्र इन्ही परिवारों से सम्बंध रखता है,इसलिए यह केवल मजदूरों की लड़ाई नही है बल्कि समाज के हर हिस्से की लड़ाई है जिसे मिलकर एक निर्णायक जंग के रूप में लड़ना हम सभी का कर्तव्य है । 

मजदूरों व किसानों के इन मुद्दों पर प्रदेशभर में 16 मार्च को सभी शिक्षण संस्थानों में  केंद्र व राज्य सरकार की मजदूर व किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ पर्चा  व पोस्टर के माध्यम से छात्रों को अवगत कराया जाएगा।