यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 28-10-2020
भारतीय मजदूर संघ ने धर्मशाला में श्रम कानूनों के विरोध में प्रदर्शन किया। भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष मदन राणा के नेतृत्व में दिए गए धरने के दौरान उपायुक्त कांगड़ा के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन प्रेषित कर मांग उठाई गई कि कर्मचारी विरोधी श्रम कानूनों को वापस लिया जाए।
ज्ञापन के माध्यम से यह भी मांग उठाई गई के आशा वर्कर्स व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए। उन्होंने चेताया है कि यदि उनकी मांगों को नहीं माना गया तो केंद्रीय भारतीय मजदूर संघ के नेतृत्व में सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया जाएगा। श्रम कानूनों में हुए बदलाव के विरोध में भारतीय मजदूर संघ ने मंडी शहर में रैली निकाली।
इस मौके पर भारतीय मजदूर संघ के अशोक पराशर ने कहा केंद्र सरकार लगातार मजदूर विरोधी फैसले लेकर श्रमिकों का शोषण कर रही है। निजी कंपनियों को लाभ देने के लिए कानूनों में बदलाव किया जा रहा है, जो कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लोगों ने सेरी मंच से रैली निकालकर शहर का चक्कर लगाया और उसके बाद उपायुक्त मंडी के माध्यम से प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति ज्ञापन प्रेषित किया।