शिलाई भाजपा के पचास से अधिक कार्यकर्ताओं ने दिये सामूहिक इस्तीफे 

शिलाई भाजपा के पचास से अधिक कार्यकर्ताओं ने दिये सामूहिक इस्तीफे 
यंगवार्ता न्यूज़ - शिलाई  07-08-2021
 
जिला सिरमौर के शिलाई विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के लिए विभिन्न्न पदों पर रहकर निष्ठाभाव से कार्य कर रहे पार्टी के करीब 50 से अधिक कार्यकर्तोओं ने सामूहिक इस्तीफे दे दिए है। 
 
कार्यकर्ताओं का कहना है कि स्थानीय नेतृत्व द्वारा क्षेत्र की जनता के साथ सौतेला व्यवहार व अनदेखी की जा रही है, इसलिए लगभग 50 भाजपा पदाधिकारियों ने भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को अपने इस्तीफे भेजें है।
 
  मीडिया को जारी बयान में भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य राजेन्द्र चौहान ने बताया कि टिम्बी में क्षेत्र की क्यारी-गुण्डाह, बकरास व अश्याडी पंचायतों की बैठक हुई है।
 
बैठक में स्थानीय पंचायतों के अतिरिक्त लगभग 10 पंचायतों के लोगो ने भाग लिया है, बैठक में जब क्षेत्र के विकास की बात आई तो प्रदेश सरकार व क्षेत्रीय नेता ने क्षेत्र से अनदेखी की है जिसकी वजह से पदाधिकारी जनता के बीच बात रखने लायक नहीं रहे है।
 
वर्तमान सरकार के कार्यकाल में क्षेत्र की जनता त्रस्त है, जनता पदाधिकारियों से सरकार व नेताओं के विकासात्मक वादों का हिसाब व विकास मांग रही है, जब यह बातें प्रदेश में नेतृत्व करने वाले नेता से की जाती है तो वह जानकर अनदेखी कर रहे है इसलिये तीन पंचायतों के 50 पदाधिकारियों ने इस्तीफे दिए है,और जल्द बाकी पंचायतों के पदाधिकारी अपने इस्तीफे भाजपा हाईकमान को सौंपने वाले है।
 
मंडल अध्यक्ष सूरत चौहान के माध्यम से राष्ट्रीय अध्यक्ष के अतिरिक्त प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप, संगठन मंत्री पवन राणा तथा  जिला अध्यक्ष विनय गुप्ता को इस्तीफे सोपे गए है।
 
जानकारी के अनुसार  प्रदेश में जयराम सरकार कांग्रेस की आपसी लड़ाई का फायदा उठाकर मिशन रिपीट के सपने देख रही है, परन्तु यहां प्रतीत होता है कि भाजपा नेता  मिशन रिपीट नही बल्कि मिशन डिलीट पर कार्य कर रहे है।
 
शिलाई विधानसभा क्षेत्र से सरकार की नाराजगी के स्वर सरकार के समर्थकों से ही उठ रहे है जो शिलाई भाजपा की नैया डुबो देंगे। कफोटा क्षेत्र की 12 पंचायतों ने पहले ही स्थानीय नेतृत्व व सरकार के खिलाफ वादाखिलाफी का मोर्चा खोलकर आंदोलन किया है और अब टिम्बी जॉन की 10 अन्य पंचायतों ने भाजपा के खिलाफ इस्तीफे दे रही है, यानी भाजपा संगठन के अंदर कुछ भी अच्छा नहीं चल रहा है।
 
सूत्रों की मानें तो जयराम सरकार बनने के बाद शिलाई विधानसभा का नेतृत्व करने वाले नेता जयराम के बेहद करीबी माने जाते है, बावजूद इसके शिलाई में कोरी घोषणाएं करके लोगों के साथ धोखा कर रहे है, यहाँ तक कि भाजपा कार्यकर्ताओं के फोन भी शीर्ष नेतृत्व नही उठाते है।
 
इसी बात से क्षेत्र की जनता भी परेशान नजर आ रही है। क्षेत्र में इन शीर्ष नेतृत्व का दौरा होता है तो केवल कुछ चाटुकार लोगो को अपने आस पास रखते है, अन्य कार्यकर्ता व जनता के साथ तर्कपूर्ण व्यवहार नहीं रहता है। जिसके भाजपा के अंदर उथल पुथल शुरू हो गई है।