सितंबर में हुई परीक्षाओं को ही माना जाए फर्स्ट टर्म : शिक्षक महासंघ
प्रदेश में स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा ली जाने वाली फर्स्ट टर्म और सेकंड टर्म की परीक्षाओं को लेकर चर्चा की गई। शिक्षक महासंघ की तरफ से उपाध्यक्ष डॉ मामराज पुंडीर और महामंत्री विनोद सूद ने पक्ष रखा
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 07-10-2021
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की वर्चुअल बैठक में हिमाचल शिक्षक महासंघ के पदाधिकारियों ने भाग लिया। यह जानकारी सुंदर नगर में जारी प्रेस ध्यान के माध्यम से शिक्षक महासंघ के प्रदेश मीडिया प्रभारी दर्शन लाल ने दी। बैठक की अध्यक्षता बोर्ड के चेयरमैन सुरेश सोनी ने की।
जिसमें प्रदेश में स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा ली जाने वाली फर्स्ट टर्म और सेकंड टर्म की परीक्षाओं को लेकर चर्चा की गई। शिक्षक महासंघ की तरफ से उपाध्यक्ष डॉ मामराज पुंडीर और महामंत्री विनोद सूद ने पक्ष रखा। जिसमें शिक्षक महासंघ की तरफ से सितंबर माह में ली गई परीक्षाओं को ही फर्स्ट टर्म मान लेने की बात प्रमुखता से उठाई गई।
इस संबंध में उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया विधिवत तरीके से संपन्न हुई है । हालांकि कोविड 19 के चलते स्कूल बंद होने के कारण यह परीक्षाएं ऑनलाइन माध्यम से ली गई है । लेकिन बोर्ड के निर्देशानुसार स्कूलों द्वारा बायकायदा परीक्षा परिणाम का ब्योरा तैयार किया गया है।
बावजूद इसके फर्स्ट टर्म की परीक्षाएं करवाई जाती हैं तो ये परीक्षाएं नवंबर से शुरू होकर 5 दिसंबर तक समाप्त हो जानी चाहिए। ताकि शीतकालीन स्कूलों में होने वाला अवकाश बाधित ना हो। शीतकालीन स्कूलों में दुर्गम क्षेत्रों में बर्फबारी के चलते अवकाश को कम करना भी उचित नहीं रहेगा।
इसके साथ बोर्ड द्वारा सेकंड टर्म की परीक्षाओं का संचालन मार्च 2022 में तय किया गया है । जबकि इन परीक्षाओं का आयोजन किसी भी लिहाज से मार्च में करवाया जाना तर्कसंगत नहीं है। एक तरफ शीतकालीन स्कूलों में जनवरी से लेकर फरवरी 10 तक छुट्टियां रहती हैं।
वहीं दूसरी तरफ सेकंड टर्म की परीक्षाओं की तैयारी के लिए विद्यार्थियों को बहुत कम समय रहेगा। इसी लिहाज से शिक्षक महासंघ की तरफ से सेकंड टर्म की परीक्षाएं मार्च के बजाए 15 अप्रैल के बाद करवाने की मांग की गई है।बोर्ड चेयरमैन की तरफ से सोमवार को ऑफलाइन बैठक करके सभी मामलों को सुलझाने की बात कही गई है।