सुप्रसिद्ध शक्तिपीठ श्रीनयनादेवी में अब मां वैष्णो देवी की तर्ज पर पर्ची सिस्टम किया जाएगा शुरू
यंगवार्ता न्यूज़ - बिलासपुर 05-09-2021
उत्तर भारत के सुप्रसिद्ध शक्तिपीठ श्रीनयनादेवी में अब मां वैष्णो देवी की तर्ज पर पर्ची सिस्टम शुरू किया जाएगा। नवरात्र मेलों के दौरान बाहरी राज्यों से आने वाले हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ को कोलांबाला टोबा में ही रोक लिया जाएगा और वहां पर प्रस्तावित होल्डिंग एरिया में उनके विश्राम व खानपान इत्यादि की पूरी व्यवस्था होगी।
मंदिर से सूचना मिलने के बाद ही निर्धारित अगला जत्था मां नयना के दर्शन के लिए रवाना किया जाएगा। मंदिर के पास प्रस्तावित होल्डिंग एरिया में विश्राम करने के बाद श्रद्धालु आसानी से मां नयना के दर्शन कर वापस टैम्पो ट्रैवलर्स के माध्यम से टोबा पहुंच सकेंगे। आने वाले अश्विन नवरात्र मेलों में नई योजना को प्रभावी ढंग से लागू किया जाएगा।
नई योजना का फायदा यह होगा कि नवरात्र मेलों में आने वाली हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ को किसी उपयुक्त स्थान पर नियंत्रित किया जा सकेगा, जिससे एक तो आसानी से दर्शन होंगे, तो वहीं किसी भी हादसे की संभावना की रोकथाम होगी।
बिलासपुर के उपायुक्त एवं मंदिर न्यास श्रीनयनादेवी के आयुक्त पंकज राय ने बताया कि मंदिर न्यास प्रबंधन के साथ बैठक में निर्णय लिया गया है कि अगले नवरात्र मेलों में नई योजना को लागू किया जाएगा। योजना के तहत टोबा में श्रद्धालुओं की भीड़ नियंत्रित की जाएगी।
जिसके लिए वहां पर उपलब्ध 12 बीघा सरकारी जमीन पर 8 से 10 हजार श्रद्धालुओं की क्षमता का होल्डिंग एरिया तैयार किया जाएगा। प्रारंभिक चरण में टोबा में एक ही होल्डिंग एरिया तैयार किया जाएगा, जबकि आने वाले समय में अगली कार्ययोजना पर काम किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि जमीन चयन के बाद अब फोरेस्ट क्लीयरेंस के लिए अगली प्रक्रिया शुरू की गई है। होल्डिंग एरिया में श्रद्धालुओं के विश्राम व वॉशरूम इत्यादि की सुविधा होगी। लंगर भी लगेगा, जहां श्रद्धालुओं के लिए भोजन की व्यवस्था रहेगी।
उपायुक्त पंकज राय के अनुसार दिव्यांगों, बुजुर्गों व बीमार लोगों को आसानी से मां नयना के दर्शन करवाने के मकसद से जल्द ही मंदिर के लिए प्रस्तावित लिफ्ट के निर्माण की कवायद शुरू की जाएगी।
इसके अलावा मंदिर के पीछे की ओर ग्राउटिंग को लेकर सर्वेक्षण के लिए जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया को पत्र लिखा जा रहा है।