सुबह 9 बजे से श्रद्धालुओं के लिए खुलेंगे चिंतपूर्णी के द्वार जानिए क्या होंगी शर्तें

 सुबह 9 बजे से श्रद्धालुओं के लिए खुलेंगे चिंतपूर्णी के द्वार जानिए क्या होंगी शर्तें

यंगवार्ता न्यूज़ - ऊना    09-09-2020

धार्मिक स्थल चिंतपूर्णी मंदिर के कपाट 10 सितंबर को सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक खोलने का प्रदेश सरकार में निर्णय लिया है।

उपायुक्त ऊना संदीप कुमार ने बुधवार को चिंतपुरनी कार पार्किंग सदन चिंतपूर्णी मंदिर बाजार में श्रद्धालुओं को दी जाने वाली सुविधाओं का बारीकी से निरीक्षण किया। 

उपायुक्त ने कहा कि बाहरी राज्यों से आने वाले सभी श्रद्धालुओं का कोरोना टेस्ट नेगेटिव होना जरूरी है। इसी के साथ हिमाचल में बाहरी राज्यों से आने वाले प्रत्येक टूरिस्ट को होटल में कमरा बुक करवाना भी अनिवार्य है। ऐसा सरकार द्वारा बनाई गई एसओपी में निर्देश दिए गए है।

उन्होंने बताया कि चिंतपूर्णी व्यापार मंडल का प्रतिनिधि मंडल उनसे मिला, जिसमें उन्होंने चिंतपूर्णी मंदिर में पैकेट प्रसाद श्रद्धालुओं द्वारा ले जाने का आग्रह किया। 

चिंतपुरनी व्यापार मंडल के प्रधान वासुदेव रविंद्र छिंदा, निरंजन कालिया, रमेश कालिया, विनोद कालिया, संजीव रतन, अरुण शर्मा, अश्विनी कालिया, कुंदन गर्ग के साथ कई अन्य दुकानदारों ने उपायुक्त के समक्ष अपनी मांग रखी। 

उन्होंने बताया कि पिछले 6 माह से दुकानदारों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। वहीं कोई भी कारोबार न होने के कारण लोग काफी परेशान है। जिस कारण यदि मंदिर में प्रसाद ले जाने पर जिला प्रशासन अनुमति नहीं देता है तो दुकानदारों की स्थिति यथावत ही रह जाएगी। 

उपायुक्त ने दुकानदारों की मांग को मानते हुए श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रसाद ले जाने अनुमति देकर दुकानदारों को बड़ी राहत दी। उन्होंने कहा कि चिंतपूर्णी मंदिर में प्रसाद ले जाने पर अनुमति दे दी गई है, लेकिन यदि मंदिर परिसर में प्रसाद की वायलेशन होती है तो शीघ्र प्रशासन को उचित कार्रवाई करनी पड़ेगी। उ

कोई भी पुजारी श्रद्धालुओं द्वारा मंदिर में ले जाने वाले प्रसाद को नहीं पकड़ेगा। श्रद्धालु खुद अपना प्रसाद हाथ में पकड़ कर दर्शन करने के बाद परिसर से वापसी गेट से बाहर निकल जाएंगे। उन्होंने बताया कि मंदिर गर्भ ग्रह में केवल दो पुजारी ही रहेंगे।

इसके अलावा मंदिर परिसर में कोई भी व्यक्ति मौली अथवा किसी प्रकार के अन्य गतिविधि नहीं करेगा। उपायुक्त ने बताया कि बाहर से आने वाले श्रद्धालु अपने बच्चों के मुंडन एडीबी की बिल्डिंग में ही करवा सकेंगे। 

उन्होंने बताया कि चिंतपूर्णी बाजार खुलने के बाद सभी तमाम दुकानदार कोविड-19 के सभी नियमों की पालना के साथ अपने कारोबार शुरू कर सकते हैं। किसी भी प्रकार की कोताही बरतने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि किसी भी दुकान के आगे कचरा या गंदगी पाई गई तो उक्त दुकान को 3 दिन के लिए बंद कर दिया जाएगा।

चिंतपूर्णी के आसपास के गांव के लोगों ने जिला प्रशासन से आग्रह किया है कि लोकल लोगों को दर्शन करने के लिए दर्शन पर्ची स्क्रीनिंग की व्यवस्था पुराना बस अड्डा में की जाए। 

इस अवसर पर एसडीएम मनीष कुमार, मंदिर अधिकारी ओपी लखनपाल, एसडीओ राज कुमार जसवाल, एसएचओ अश्विनी धीमान, एएसआई जोगिंदर ठाकुर, मंदिर के अन्य कर्मचारी दुकानदार पुजारी उपस्थित थे।