संयुक्ता चौधरी हिमोत्कर्ष वूमेन ट्रेनिंग सेंटर की महिलाओं को  दी आग से बचाव की जानकारी 

संयुक्ता चौधरी हिमोत्कर्ष वूमेन ट्रेनिंग सेंटर ऊना में फायर स्टेशन ऊना द्वारा अग्नि सुरक्षा सप्ताह के तहत जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया

संयुक्ता चौधरी हिमोत्कर्ष वूमेन ट्रेनिंग सेंटर की महिलाओं को  दी आग से बचाव की जानकारी 

 

यंगवार्ता न्यूज़ - ऊना  20-04-2022

 

संयुक्ता चौधरी हिमोत्कर्ष वूमेन ट्रेनिंग सेंटर ऊना में फायर स्टेशन ऊना द्वारा अग्नि सुरक्षा सप्ताह के तहत जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान के प्रधानाचार्य नरेश सैनी ने की। इस मौके पर अग्निशमन विभाग से लीडिंग फायरमैन सुरेश कुमार, फायरमैन चंद्रमोहन, चालक चंद्रशेखर ने शिरकत की। फायर कर्मियों ने संस्थान की छात्राओं व स्टाफ सदस्यों को आग के बारे में जागरूक किया। फायर कर्मियों ने प्रैक्टिकल करके भी उपकरणों के माध्यम से आग बुझाकर दिखाया गया। वहीं संस्थान की छात्राओं ने भी आग बुझाने के तरीके सीखे।

 

लीडिंग फायरमैन सुरेश कुमार ने बताया कि वर्ष 1944 में  मुंबई बंदरगाह पर फोर्टस्टीकाइन नामक जहाज में विस्फोटक सामग्री की आग बुझाते समय शहीद हुए फायर सर्विस के 66 जवान शहीद हो गए थे। उनकी याद में हर वर्ष अग्निशमन सप्ताह मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि सप्ताह के अंतर्गत आम नागरिकों को आग की घटनाओं से होने वाले नुकसान के प्रति जागरूक कर बचाव के उपाय बताए जाएंगे। लीडिंग फायरमैन सुरेश कुमार ने बताया कि अगर कहीं भी आग लगती है तो सबसे पहले सूचना स्थानीय फायर ब्रिगेड को देनी चाहिए। इसके बाद स्वयं व अन्य लोगों की सहायता से आग पर काबू पाने में जुट जाना चाहिए।

 

उन्होंने कहा कि अगर लोग पहले ही आग बुझाने में जुट जाते है तो इससे आग का फैलाव ज्यादा नहीं होगा और नुकसान को भी कम किया जा सकता है। संस्थान के प्रधानाचार्य नरेश सैनी ने बताया कि आग जैसी आपदा होने पर संयम से काम लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि सबसे पहले सूचना अग्रिशमन विभाग को देनी चाहिए। इसके बाद अपने  आप बाल्टियों, रेत, आदि के जरिये आग बुझाने में जुट जाना चाहिए।

 

उन्होंने कहा कि अगर आग बुझाते समय कोई व्यक्ति आग की चपेट में आ जाता है तो जमीन पर लेटकर आग बुझाने का प्रयास करना चाहिए और पानी या बोरी आदि के माध्यम से आग पर काबू पाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर हमें आग बारे जानकारी होगी तो इससे नुकसान को बहुत हद तक कम किया जा सकता है। इस मौके पर संस्थान के प्रिंसिपल नरेश सैनी, उपप्रधानाचार्य रंजू, मीना, रीटा व अन्य स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।