सरकार को नसीहत देने की बजाय अपने बिखरते घर को संभाले कांग्रेस : राम सिंह
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 01-08-2020
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष राम सिंह ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री के बयानों का संज्ञान लेते हुए कहा कि विपक्षी कांग्रेस के नेता सरकार को नसीहत देने की बजाय अपने बिखरते घर को संभाले तो उनके लिए बेहतर होगा।
राम सिंह ने कहा की करुणा के इस दौर में कांग्रेस के नेता पूरी तरह से बौखला गए हैं और उनको अटपटी बयानबाजी का और रोग लग गया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने अनेकों अच्छे कार्य किए हैं पर विपक्ष में कभी सरकार के अच्छे कामों की सराहना नहीं की।
उन्होंने कहा कि पहले कांग्रेस नेता कहते थे कि सूबे के लोग बाहर फंसे हैं उन्हें सरकार वापस लेकर नहीं आ रही जब सरकार बॉर्डर खोलकर बाहर फंसे प्रदेशवासियों को उनके घरों तक पहुंचाया तो कांग्रेस के नेता कहने लग पड़े की बॉर्डर क्यों खोलें।
आखिर कांग्रेस चाहती क्या है यह साफ-साफ बताएं। उन्होंने कहा कि कुलदीप राठौर बार-बार कह रहे हैं कि कांग्रेस के नेताओं को धमकाया जा रहा , उनका यह कहना बिल्कुल गलत है कुलदीप राठौर अपनी ही पार्टी में अपना वर्चस्व नहीं बना पा रहे है और कांग्रेस के नेता व कार्यकर्ता कुलदीप राठौर को अपना अध्यक्ष मान नही पा रहे है इन परिस्थितियों के कारण वो बौखलाहट में उल्टी सीधी ब्यान बाज़ी कर रहे हैं ।
उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत सूक्ष्म लघु मध्यम इकाइयों को वित्तीय लाभ देने के लिए 1200 करोड़ रुपये वितरित किए गए। मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के अंतर्गत 140 करोड़ रुपये के निवेश के साथ प्रदेश में 728 इकाइयां स्थापित की गई हैं।
उन्होंने कहा कि स्टार्ट अप हिमाचल योजना के अंतर्गत 92 नए उद्यमी लाभान्वित हुए हैं और 29 स्टार्ट अप का व्यवसायीकरण किया गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने उद्योगपत्तियों को राज्य में निवेश के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से धर्मशाला में 7 व 8 नवम्बर, 2019 को ग्लोबल इन्वेस्टर्ज मीट का आयोजन किया था जिसमें 96721 करोड़ रुपये के 703 समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किए गए। इस मीट के दो महीने के उपरान्त 13656 करोड़ रुपये के 204 समझौता ज्ञापनों का ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह आयोजित किया गया।
उन्होंने कहा कोविड-19 महामारी के दौरान भी प्रदेश का फार्मा उद्योग क्रियाशील रहा है यहां निर्मित दवाईयां दूसरे देशों को भी निर्यात की गई है। इस विपत्ति की घड़ी को अवसर में तबदील करने के प्रयास किए जा रहा है जो कि जयराम सरकार का अथक प्रयास का परिणाम है क्योंकि देश के अन्य राज्य कोविड-19 के कारण बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं और हिमाचल प्रदेश की स्थिति बेहतर है।