सरकारी स्कूलों में अब नहीं दिखाए जाएंगे मैजिक शो , डीसी ने शिक्षा उप निदेशकों को दिए आदेश

रेडक्रॉस समिति की आड़ में करीब दो सालों से जिले के सरकारी स्कूलों में हरियाणा के एक ग्रुप द्वारा दिखाए जा रहे मैजिक शो पर जिला प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। जिला प्रशासन ने यह फैसला लोगों की शिकायतें आने के बाद लिया लिया

सरकारी स्कूलों में अब नहीं दिखाए जाएंगे मैजिक शो , डीसी ने शिक्षा उप निदेशकों को दिए आदेश

 यंगवार्ता न्यूज़ - नाहन  10-05-2023

रेडक्रॉस समिति की आड़ में करीब दो सालों से जिले के सरकारी स्कूलों में हरियाणा के एक ग्रुप द्वारा दिखाए जा रहे मैजिक शो पर जिला प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। जिला प्रशासन ने यह फैसला लोगों की शिकायतें आने के बाद लिया लिया है। डीसी को मीडिया ने बीते दिन इस प्रकरण से अवगत करवाया था। गौरतलब है कि मैजिक शो के नाम पर सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले प्रत्येक छात्र से 20 रुपये की वसूली की जा रही थी। 
 
 
मिली जानकारी के अनुसार पूर्व में जिला प्रशासन ने हरियाणा से संबंधित एक मैजिक शो दिखाने वाले ग्रुप को स्कूलों में मैजिक शो दिखाने की लिखित इजाजत दे दी थी। इसी आधार पर मैजिक शो दिखाने वाले ने वाले ग्रुप ने सरकारी स्कूलों में जा जाकर हजारों की संख्या में छात्रों से मैजिक शो के नाम पर लाखों की वसूली करने की शिकायतें आई। कोविड के बाद मैजिक शो दिखाने वाले ग्रुप ने जिला प्रशासन को रेडक्रॉस में 1,14000 की रकम जमा करवाने की ऑफर दी। बाद में जब राशि जमा हो गई तब जिला प्रशासन की ओर से शिक्षा उप निदेशकों को पत्र जारी कर दिया गया। 
 
 
इसी आधार पर शिक्षा विभाग की और स्कूल प्रबंधनों को लिखित रूप से निर्देश दिए कि मैजिक शो ग्रुप को अपने-अपने स्कूलों में प्रत्येक छात्र से से 20 रुपए मैजिक शो दिखाने के लिए वसूलने की अनुमति दे दी गई। हैरानी की बात यह है कि ऐसे ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में मैजिक शो दिखाए जा रहे थे ,  जहां छात्र बेहद गरीब परिवारों से ताल्लुक रखते हैं। इन छात्रों के पास तो अक्सर फीस देने तक के भी पैसे नहीं होते , ना ही किताबें कापियां खरीदने के पैसा होता है। ऐसे में सवाल यह उठ रहा था की गरीब परिवारों के छात्र आखिर मैजिक शो के नाम पर पैसे लेकर कहां से आएंगे इन स्कूलों में एक परिवार के कई कई बच्चे पढ़ रहे है। 
 
 
उधर मिली जानकारी के अनुसार मैजिक शो ग्रुप की ओर से स्कूल प्रबंधनों पर यह भी दबाव बनाया जाता रहा कि अगर छात्र पैसे देने की स्थिति में नहीं है तो शिक्षक अपनी तरफ से मैजिक शो के लिए छात्रों की तरफ से जमा करवाएं। यह सब रेडक्रॉस के नाम लेकर किया जा रहा जा था। हाल ही में यह मामला डीसी संज्ञान में लाया गया जिला प्रशासन ने कार्रवाई की है। शिक्षा विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिले के सरकारी स्कूलों करीब 80 हजार छात्र है। 
 
 
अनुमान के अनुसार अगर 70,000 छात्रों ने यह शो देखा होगा तो लगभग 14 लाख रुपए इकठ्ठा हुआ होगा। बताया जाता है कि कांगड़ा सोलन में भी मैजिक शो दिखाया जा रहा है। उधर इस बारे में यंगवार्ता न्यूज़ ने जब डीसी सिरमौर सुमित खिमटा से बात की तो उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में दिखाए जा रहे मैजिक शो पर जिला प्रशासन ने लगा दी है। मैजिक शो के नाम स्कूलों में जो वसूली हो रही थी उसको लेकर शिकायतें मिली थी। इस बाबत शिक्षा निदेशकों को आदेश दे दिए गए है।